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अपमान व पत्थर की मार झेल कुप्रथाओं के खिलाफ मुखर रही थीं Savitribai Phule! जन्म जयंती पर जानें सभी उपलब्धियां

स्त्री शिक्षा क्रांति की अलख जगाने वाली देश की पहली महिला शिक्षिका Savitribai Phule की जन्म जयंती पर उनकी उपलब्धियों के बारे में बताने की कोशिश करेंगे। बता दें कि सावित्रीबाई फुले की जन्म जयंती पर पीएम मोदी, सीएम योगी, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व RJD नेता तेजस्वी यादव ने महान शिक्षिका को नमन किया है।

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Savitribai Phule
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Savitribai Phule: समतामूलक समाज के लिए अपना जीवन न्योछावर करने के लिए जानी जाने वालीं सावित्रीबाई फुले की आज जन्म जयंती है। देश के तमाम शीर्ष पदों पर काबिज लोगों ने आज सावित्रीबाई फुले को नमन किया है। आज सावित्रीबाई के जीवन और उनकी उपलब्धियों की चर्चा हो रही है। लोग उन्हें कुप्रथाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए याद कर रहे हैं। चर्चा हो रही है कि कैसे Savitribai Phule महिलाओं के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी थी। कैसे अपमान और गोबर व पत्थर की मार झेलत हुए सावित्रीबाई विधवा मुंडन और सती प्रथा जैसे कुप्रथाओं के खिलाफ मुखर रही थीं। ऐसे में आज सावित्रीबाई फुले की जन्म जयंती पर हम आपको उनकी उपलब्धियों के बारे में बताएंगे।

कैसे अपमान व पत्थर की मार झेल कर कुप्रथाओं के खिलाफ मुखर रही थीं Savitribai Phule?

महान क्रांतिकारी महिलाओं की सूची में सुमार सावित्रीबाई फुले का सफर बहुत कठिन रहा था। पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के हक की बात रखना सामान्य बात नहीं थी। सावित्रीबाई ने अपमान का घूंट पीकर, गोबर और पत्थर की मार झेलकर समाज में अपनी बात रखी थी। उन्होंने विधवा मुंडन और सती प्रथा जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ खुलकर अपना पक्ष रखा था। 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा में नायगांव में जन्मी Savitribai Phule ने अल्पायु में ही बालिकाओं के लिए स्कूल खोला। उन्होंने बच्चियों को पढ़ाने का काम शुरू किया जिसके बाद जमकर उनका विरोध हुआ। हालांकि, सावित्रीबाई डटी रहीं और अपने काम पर ध्यान केन्द्रित करती रहीं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा की गई इस पहल के लिए तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने उन्हें नवंबर 1852 में सम्मानित भी किया था। सावित्रीबाई फुले की पहचान देश की पहली महिला विद्रोही कवयित्रि के रूप में होती है।

PM Modi, CM Yogi समेत इन नेताओं ने सावित्रीबाई फुले को किया नमन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सावित्रीबाई की जन्म जयंती पर उन्हें नमन किया है। पीएम मोदी के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “सावित्रीबाई फुले जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। वह महिला सशक्तिकरण की प्रतीक और शिक्षा और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में अग्रणी हैं। उनके प्रयास हमें प्रेरित करते रहते हैं क्योंकि हम लोगों के लिए जीवन की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर Savitribai Phule को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। CM Yogi के हैंडल से लिखा गया है कि “समतामूलक समाज की स्थापना, महिला शिक्षा तथा शोषितों व वंचितों के उत्थान के लिए आजीवन समर्पित रहीं ‘क्रांतिज्योति’ सावित्रीबाई फुले की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।”

बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, महिलाओं की शिक्षा के लिए मार्ग प्रशस्त करने वाली, महान समाज सुधारक सावित्री बाई फुले जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।”

RJD नेता तेजस्वी यादव ने भी Savitribai Phule को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए पोस्ट जारी किया है। उनके एक्स हैंडल से लिखा गया है कि “समाज के लिए स्त्री शिक्षा के मार्ग से स्त्री-उत्थान, स्वाभिमान और स्वावलंबन सुनिश्चित करने व महिलाओं में शिक्षा की ज्योति जलाने वाली देश की प्रथम महिला शिक्षिका, महान समाज सुधारिका, लेखिका, विद्रोही कवियत्री, लड़कियों के लिए देश का पहला स्कूल खोलने वाली, महिलाओं के अधिकारों के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाली एवं उपेक्षित वर्गों की शिक्षा और समानता की समर्थक माता सावित्रीबाई फुले की जयंती पर कोटिशः सादर नमन।”

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