Silchar Kalain Bridge Collapse: अभी कुछ दिनों पहले ही देश में मॉनसून ने दस्तक दी है। बारिश का सिलसिला शुरू होते ही देश के कई हिस्सों में पुल ढहने और धंसने की खबरें सामने आ रही हैं। इसमें ताजा मामला उत्तर पूर्व के असम के सिलचर से सामने आया है। बीती रात सिलचर कलाइन पुल ढह गया। कलाइन-सिलचर मार्ग पर भांगरपार में हरंग पुल ढहने से पुल पर मौजूद 2 भारी ट्रक नीचे नदी में गिर गए। फिलहाल पुल पर बचाव और मरम्मत का काम जारी है।
Silchar Kalain Bridge Collapse के बाद घटनास्थल पर पहुंचे जिला आयुक्त
असम के भांगरपार सिलचर कलेन राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुल ढहने के बाद बराक घाटी का त्रिपुरा, मिजोरम समेत अन्य राज्यों के साथ सड़क मार्ग बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। बता दें कि हरंग नदी पर बने सिलचर कलाइन पुल को कुछ समय पहले ही रिपेयर करके सार्वजनिक आवाजाही के लिए खोला गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पुल की मरम्मत में तकरीबन 1.37 करोड़ रुपये की लागत आई थी। वहीं, सिलचर कलाइन पुल ढहने के बाद कछार जिला आयुक्त मृदुल यादव और पुलिस अधीक्षक नुमल महत्ता हादसे वाले स्थान पर पहुंचे।
सिलचर कलाइन पुल ढहने के बाद बचाव कार्य जारी
रिपोर्ट्स के अनुसार, Silchar Kalain Bridge Collapse होने के बाद पुलिस ने पुष्टि की है, इस घटना में किसी की भी जान नहीं गई है। वहीं, कछार जिला आयुक्त मृदुल यादव और एसएसपी नुमल महत्ता ने बताया कि यह घटना उस वक्त हुई, जब पत्थर से लदे 2 ट्रक सिलचर कलाइन नेशनल हाइवे के पुल से गुजर रहे थे। एसडीआरएफ यानी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने हादसे वाली जगह पर पहुंचकर बचाव और राहत का कार्य शुरू कर दिया है।
सिलचर कलाइन पुल से पहले पुणे में ढहा था पुराना जर्जर ब्रिज
एसएसपी ने बताया कि सिलचर कलाइन पुल के ढहने के बाद छोटे वाहनों को निकालने के लिए एक करीब की सड़क की पहचान की गई है। ताकि ट्रैफिक की गति बिल्कुल बंद न हो। सनद रहे कि रविवार को महाराष्ट्र के पुणे में इंद्रायणी नदी पर बने पुराना लोहे का पुल ढह गया था। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 2 दर्जन से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था।