Thane News: महाराष्ट्र पिछले कुछ दिनों से मराठी और हिन्दी भाषा विवाद को लेकर खबरों में बना हुआ है। पूरे देशभर में भाषा विवाद को लेकर चर्चा चल रही है। लेकिन इस बीच महाराष्ट्र से एक और शर्मनाक घटना सामने आयी है। यहां के थाणे जिले में स्कूली बच्चियों के साथ शर्मनाक व्यवहार किया गया है। टॉयलेट में पीरियड के धब्बे मिलने के कारण उनके पूरे कपड़े उतरवाकर चेक किया गया है कि, किसे-किसे पीरियड हो रहा है? प्राइवेट स्कूल की इस शर्मनाक हरकत पर बच्चियों के माता-पिता ने सवाल खड़े किए गए तो प्रशासन ने स्कूल की प्रिंसिपल सहित 8 लोगों को निलंबित कर दिया।
पीरियड चेकिंग के नाम पर स्कूल ने छात्राओं के उतरवाए कपड़े
खबरों की मानें तो ठाणे के प्राइवेट स्कूल ने ये शर्मनाक हरकत इसलिए की है। क्योंकि टॉयलेट में पीरियड के निशान पाए गए थे। टॉयलेट को किसने गंदा किया है? इस सवाल के जवाब में स्कूल के प्रशासन ने कक्षा 5 से लेकर 10वीं में पढ़ने वाली सभी छात्राओं को इकठ्ठा किया। इसके बाद उनके पीरियड के बारे में पूछा गया। जिन बच्चियों ने हां में जवाब दिया उनके फिंगर प्रिंट ले लिए गए हैं। वहीं, जिन छात्राओं ने ना कहा उनके कपड़े उतरवाकर प्राइवेट पार्ट चेक किया गया कि, कोई झूठ तो नहीं बोल रही है। इस घटना के बारे में जब बच्चियों ने अपने घरवालों से कहा तो बवाल मच गया।
मराठी भाषा विवाद के बाद Thane News ने मचाई सनसनी
स्कूल की इस बेहद शर्मनाक हरकत पर जब माता-पिता ने विरोध प्रदर्शन किया तब जाकर स्कूल प्रशासन ने प्रिंसिपल सहित 8 लोगों को निलंबित कर दिया। ये घटना 9 जून की बताई जा रही है।पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पॉस्को एक्ट में केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल खबर लिखे जाने तक कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ है। आपको बता दें, पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में रह रहे हिन्दी भाषी लोगों को जबरन मराठी बोलने के लिए तंग किया जा रहा है। इस मामले राजनैतिक रंग ले लिया है। ये घटना चल ही रही थी कि, अब स्कूली बच्चियों के साथ की गई इस शर्मनाक घटना ने लोगों के तनबदन में आग लगा दी है।