Maha Kumbh Stampede: लोकसभा में आज ‘महाकुंभ स्टैम्पेड’ से जुड़ा मुद्दा जमकर गूंजा है। पक्ष से लेकर विपक्षी नेताओं ने अपने-अपने हिस्से की बात सदन में रखी है। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान भी सामने आया है। CM Yogi ने खरी-खरी बात करते हुए Akhilesh Yadav व मल्लिकार्जुन खरगे पर प्रहार किया है। सीएम योगी ने Maha Kumbh Stampede को लेकर कहा कि “सनातन धर्म के खिलाफ ठेका लेने वाले तत्व झूठ के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बयान उनके सनातन विरोधी चेहरे को दर्शाते हैं।”
Maha Kumbh Stampede पर छिड़ी चर्चा के बीच CM Yogi की दो टूक!
सीएम योगी ने ‘महाकुंभ स्टैम्पेड’ पर अपना पक्ष रखते हुए अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खरगे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि “सनातन धर्म के खिलाफ ठेका लेने वाले तत्व झूठ के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान हर किसी का ध्यान इस ओर खींच रहे हैं। उनके बयान न केवल सनातन विरोधी चेहरे को दर्शाते हैं। ये लोग पहले दिन से ही महाकुंभ के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर रहे हैं। उनका बयान न केवल सनातन धर्म के खिलाफ है, बल्कि निंदनीय और शर्मनाक भी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में हजारों लोगों की मौत हुई। सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष से यह उम्मीद नहीं थी कि वह संसद में इस तरह का विवादित बयान देंगे और गुमराह करेंगे।
Maha Kumbh Stampede पर सीएम योगी ने ये भी कहा कि “दोनों पक्षों के बीच प्रतिस्पर्धा है कि कौन अधिक सनातन विरोधी हो सकता है। यह एक दुखद घटना थी। मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया।”
महाकुंभ स्टैम्पेड के बाद सरकार का हरसंभव प्रयास
यूपी सीएम ने कहा कि “Maha Kumbh Stampede जिस दिन हुई, उस दिन करोड़ों लोग प्रयागराज में थे। ये दोनों दल और सनातनी विरोधी चाहते थे कि कोई बड़ा हादसा हो जाए। हमारी पहली प्राथमिकता दुर्घटना-मुक्त मेला सुनिश्चित करना था। दुर्भाग्य से यह घटना हुई। हमने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और मौद्रिक मुआवजे की घोषणा की। जानमाल के नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती लेकिन हमने हरसंभव प्रयास किये। घायलों को इलाज मुहैया कराया गया। हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करना थी। पिछले 22 दिनों में 38 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ आए हैं। अगले 22-23 दिनों में और भी श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इन पार्टियों की साजिश सफल नहीं होगी। हम 29 जनवरी को हुई घटना की गहराई तक जाएंगे, साजिशकर्ताओं को बेनकाब करेंगे।”
बता दें कि अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खरगे ने महाकुंभ में मची भगदड़ का मुद्दा सदन में उठाया था। अखिलेश यादव के अलावा कांग्रेस चीफ ने भी मांग की है कि यूपी सरकार भगदड़ में मारे गए लोगों की सूची जारी करे।