Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश की शान यमुना एक्सप्रेसवे और नए गंगा एक्सप्रेसवे को आपस में कनेक्ट करने की योजना प्रस्तावित है। इन दोनों एक्सप्रेसवे को लिंक करने के लिए वर्तमान समय में कोई सीधा मार्ग नहीं है। मगर रिपोर्ट्स के मुताबिक, Yamuna Expressway को गंगा एक्सप्रेसवे के साथ जोड़ने के लिए 74 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे विकसित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यूपी के यह दोनों एक्सप्रेसवे लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे। ऐसे में इनको आपस में जोड़ने से लाखों लोगों को सीधा लाभ हो सकता है।
Ganga Expressway और यमुना एक्सप्रेसवे होगा कनेक्ट
बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक जाएगा। वहीं, Yamuna Expressway ग्रेटर नोएडा के परी चौक के पास से शुरू होकर आगरा तक जाता है। यमुना एक्सप्रेसवे को ताज एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है। दोनों ही एक्सप्रेसवे लोगों को काफी फायदा पहुंचा सकते हैं। फिलहाल, गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। मगर रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों एक्सप्रेसवे को लिंक करने के लिए 74 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे तैयार किया जाएगा। इससे लाखों लोगों को यात्रा करने में सुविधा होगी। कई शहरों के बीच यात्रा का समय कम होगा। साथ ही कई जिलों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
गंगा एक्सप्रेसवे से लिंक होगा नया एक्सप्रेसवे
यूपी के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से को जोड़ने के लिए Ganga Expressway का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में 6 लेन के नए 74 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के बनने के बाद Yamuna Expressway तक पहुंचना काफी सुगम हो जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे को आपस में कनेक्ट करने के लिए 74.3 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेसवे 2 अथॉरिटी यीडा और यूपीडा मिलकर बनाएंगी। यीडा यानी यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी और यूपीडा यानी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे डेवलपमेंट अथॉरिटी एकसाथ आकर नए एक्सप्रेसवे को तैयार करेंगी।
गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़कर इन जिलों को होगा लाभ
रिपोर्ट्स के मुताबिक, Ganga Expressway और Yamuna Expressway को कनेक्ट करने वाला नया एक्सप्रेसवे कई जिलों से होकर गुजरेगा। इसमें गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, बुलंदशहर का नाम शामिल है। यमुना एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे को लिंक करने के लिए नया एक्सप्रेसवे गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर की किस्मत बदल सकता है। फिलहाल यह योजना सिर्फ प्रस्तावित है। ऐसे में इसकी कोई भी आधिकारिक सूचना नहीं है।