Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के तौर पर प्रदेशभर में कई एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। इस लिस्ट में गंगा एक्सप्रेसवे का नाम भी आता है। अगर ताजा रिपोर्ट्स की मानें, तो बताया जा रहा है कि यह एक्सप्रेसवे नवंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के जरिए मेरठ से प्रयागराज तक का सफर 5 से 7 घंटे का रह जाएगा। वर्तमान में लगभग 12 घंटे का समय लगता है। इस एक्सप्रेसवे को तकरीबन 600 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा। यह वेस्टर्न यूपी के मेरठ से शुरू होगा और पूर्वी यूपी के प्रयागराज को आपस में कनेक्ट करेगा। इस एक्सप्रेसवे के जरिए दोनों शहरों के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी।
Ganga Expressway से इन शहरों के रियल एस्टेट सेक्टर में आ सकता है उछाल
कई लेटेस्ट रिपोर्ट्स में इस बात पर जोर दिया गया है कि गंगा एक्सप्रेसवे को Lucknow Prayagraj Expressway के साथ लिंक किया जा सकता है। इन दोनों एक्सप्रेसवे के कनेक्ट होने से ताज नगरी आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, चंदौली, सोनभद्र और लखनऊ को फायदा होगा। लखनऊ प्रयागराज एक्सप्रेसवे के साथ गंगा एक्सप्रेसवे जुड़ने के बाद इन शहरों के बीच कनेक्टिविटी काफी सुगम हो जाएगी। साथ ही इन शहरों के रियल एस्टेट सेक्टरों में उछाल देखने को मिल सकता है। माना जा रहा है कि इन जिलों के रियल एस्टेट सेक्टरों में जमीन के दाम काफी तेजी से आसमान छू सकते हैं।
गंगा एक्सप्रेसवे से सुगम होगी इन जिलों की यात्रा
जानकारी के मुताबिक, Ganga Expressway और Lucknow Prayagraj Expressway को आपस में कनेक्ट किया जाएगा। माना जा रहा है कि इस परियोजना से पूर्वी यूपी को सबसे ज्यादा लाभ होने की संभावना है। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, संभल, बदायूं, हरदोई, माधोगंज, सफीपुर, उन्नाव, रायबरेली और प्रयागराज तक का सफर आसान और सुगम हो जाएगा। वहीं, Lucknow Prayagraj Expressway के जरिए 4 से 5 घंटे में लखनऊ से प्रयागराज तक की यात्रा पूरी की जा सकती है। बता दें कि फिलहाल यह प्रस्तावित परियोजना है। मगर इस संबंध में अभी तक कोई भी कार्य शुरू नहीं किया गया है।