Gorakhpur Panipat Expressway: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर को माना जाता है। एक संत से सीएम की कुर्सी तक का सफर उन्होंने यहीं से शुरु किया है। अब गोरखपुर को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। यूपी के इस जिले को अब हरियाणा से सीधे जोड़ा जाेगा। इसके लिए पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी पर काम चल रहा है। ये एक्सप्रेस वे पूरे यूपी के पूर्वांचल के साथ-साथ पानीपत और हरियाणा के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। क्योंकि इससे ना सिर्फ सफर सुगम बनेगा बल्कि रोजगार और बिजनेस भी बढ़ेगा।
Gorakhpur Panipat Expressway उत्तर प्रदेश के लिए क्यों है खास?
पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेस वे का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा किया जा रहा है। यूपी का ये अब तक सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बताया जा रहा है। 747 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए 133 गांवों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा। सोनीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 22 जिलों से होकर गुजरेगा। इस बड़े एक्सप्रेसवे का रुट गोरखपुर, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, शामली और पानीपत होगा। सोनीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे की अपडेट डीएम दीपक मीणा ने दी है। उनका कहना है कि, “ये एक्सप्रेसवे का एलाइन्मेंट तय हो चुका है और जल्द ही भूमि अधिग्रहण अधिकारी की नियुक्ति कर दी जाएगी।”
‘पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे’ आर्थिक विकास के लिए बनेगा अहम कड़ी
पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेस वे के रास्ते में आने वाले 133 गांवों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. वहीं, हरियाणा के पानीपत से कनेक्टिविटी जुड़ने से उद्योग और रोजगार को बड़ा फायदा होगा। इस एक्सप्रेस वे के किनारे, पार्किंग, होटल, मेडिकल, पेट्रोल पंप जैसी तमाम सारी मूलभूत सुविधाएं दी जाएंगी। जिसके कारण रोजागार और बिजनेस बढ़ेगा। एक राज्स्य से दूसरे राज्य की कनेक्टिविटी आर्थिक विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उत्तर प्रदेश को हरियाणा के औद्योगिक केंद्र पानीपत से जोड़ने वाली इस परियोजना का लाभ दोनों राज्यों के लोगों को होगा। बहुत जल्द इसका डीपीआर तैयार हो जाएगा। वहीं, बजट की जानकारी भी आ जाएगी। 2026 में इसका निर्माण शुरु हो सकता है।
