Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कारपुर में एक दरोगा साहब ने कुछ ऐसा कर दिया, जिसकी वजह से वो ही नप गए। पुलिस कर्मचारी पर अब उन्हीं के ही विभाग ने कड़ी कार्रवाई कर दी है। अब ये मामला मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है। इसे देखने के बाद हर कोई दंग है। दरअसल, एक युवती का दबंग जबरन यौन शोषण करने की कोशिश कर रहा था। इसके साथ ही उसे छेड़ भी रहा था। जब लड़की ने थाने में जाकर केस दर्ज कराने की हिम्मत जुटाई तो दरोगा साहब आरोपी को लेकर लड़की के घर आ धमक पड़े और कॉम्प्रोमाइज करने की सलाह देने लगे। इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया। जिसकी वजह से दरोगा साहब नप गए।
Kanpur News: छेड़छाड़ करने वाले आरोपी की सेटिंग करवाना दरोगा साहब को ले डूबा
इस शर्मनाक घटना से जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर
The Lallantop ने डाली है।
देखें पोस्ट
इसके साथ ही कैप्शन में जानकारी देते हुए लुखा है कि, “यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने के बाद पीड़िता के घर पहुंचा दरोगा. कहा, कॉम्प्रोमाइज कर लो. वरना समाज में तुम्हारी बेइज्जती होगी. आरोपी ने कथित तौर पर युवती को अपनी कार में खींचकर जोर-जबरदस्ती करने की कोशिश की थी।” इसके साथ ही वीडियो का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है। जिसमें दरोगा के साथ अन्य लोग भी दिख रहे हैं। द लल्लनटॉप की खबर के अनुसार, ये शर्मनाक घटना कानपुर के जाजमऊ में घटि है। समझौता कराने की बात कहने वाले दरोगा का नाम अभिषेक कुमार शुक्ला है। वहीं, लड़के को छेड़ने वाले आदमी का नाम देवेंद्र प्रजापति है। देवेंद्र पर आरोप है कि, वो युवती के साथ जोर जबरदस्ती करना चाहता है। खबर तो यहां तक है कि, वो उससे शादी करना चाहता है। युवती इन्हीं सब चीजों से परेशान थी। लेकिन दरोगा ने एक्शन लेने की जगह कॉम्प्रोमाइज करने का उस पर दबाव बनाया है।
आरोपी सहित दरोगा पर पुलिस ने गिराई गाज
जैसे ही ये मामला मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर पहुंचा वैसे ही कानपुर पुलिस की तरफ से एक्शन की जानकारी देते हुए लिखा गया कि, “प्रकरण में प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है, आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अन्य आवश्यक जाँच/कार्यवाही की जा रही है।”
फिलहाल आरोपी दरोगा पर एक्शन ले लिया गया है। इसके साथ ही मामले की जांच चल रही है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो /पोस्ट पर आधारित है। डीएनपी इंडिया हिन्दी/लेखक किसी भी प्रकार के दावे और सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।