UP News: देशभर में कई आर्मी ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहे है, जहां युवाओें को सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसके एवज में युवाओं को अच्छी खासी रकम देनी पड़ती है, और इसका क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। हालांकि कई बार युवक इसके एवज में ठगी की शिकार भी हो जाते है। इसी बीच यूपी के मैनपुरी से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां भारतीय पुलिस प्रोटेक्शन फोर्स (BPPF) नाम से एक फर्जी भर्ती केंद्र का मैनपुरी पुलिस ने पर्दाफाश किया। जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी मच गई है। पुलिस ने अरविंद पांडे, असिस्टेंट सुमित्रा सेनापति को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही Mainpuri Fake Army Scam को लेकर कई तरह के खुलासे होने बाकी है।
सेना में भर्ती का सपना दिखाकर कई करोड़ की ठगी का पर्दाफाश
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आरोपी अरविंद पांडे सेना में जाने की इच्छा रखने वाले युवकों को पहले अपने जाल में फंसाता था, और उन्हें बड़े-बड़े सपने दिखाता था। इसके बाद वह 2 से 3 लाख रूपये लेता था, मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक करीब 400 युवाओं से करोड़ों रूपये की ठगी का पर्दाफाश हुआ है। साथ ही गिरोह की जड़े घिरोर (मैनपुरी), नोएडा, उत्तराखंड तक फैली हुई थीं, जहां पहले भी इसी तरह के फर्जी केंद्र चलाए जा चुके हैं।
इसके अलावा आरोपी तेलंगाना, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और ओडिशा जैसे राज्यों से युवाओं के लिए ट्रेनिंग के लिए बुलाता था। वहीं अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या Mainpuri Fake Army Scam के तार किसी और राज्यों के ट्रेनिंग सेंटर से नहीं जुड़े हुए है।
Mainpuri Fake Army Scam का कैसे हुआ खुलासा
मैनपुरी के किशनी पुलिस थाने में तेंलगाना के युवक और उनके पिता ने आर्मी ट्रेनिंग सेंटर पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सर्विलांस टीम को लगाया और छानबीन के बाद अरविंद पांडे (निवासी मैनपुरी, हाल निवासी फरीदाबाद, हरियाणा) और सुमित्रा सेनापति (निवासी ओडिशा) को गिरफ्तार कर लिया। रिपोर्टस के मुताबिक जब पुलिस ने अरविंद से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह अपने आप को आर्मी का रिटायर्ड ‘कैप्टन’ और ‘डॉक्टर’ बताकर ठगी करता था। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब आरोपी ने किसी धोखाधड़ी को अंजाम दिया था, पुलिस के मुताबिक वह पहले भी ऐसे मामले में कई लोगों को चुना लगा चुका है।