Dhirendra Krishna Shastri: कुछ ऐसी भी बातें होती हैं जिनके बीत जाने के बाद भी उन पर चर्चा का दौर समाप्त नहीं होता। महाकुंभ में 29 जनवरी को मची भगदड़ उनमें से एक वाकया है। Maha Kumbh प्रयागराज में मचे भगदड़ पर अब आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का एक बयान तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है। धीरेन्द्र शास्त्री ने टीवी 9 भारतवर्ष को दिए एक साक्षात्कार में योगी सरकार को लगभग आईना दिखाया। Dhirendra Krishna Shastri ने अधिकारियों की सापरवाही का जिक्र करते कहा कि “यदि पूरा महाकुंभ सेना के हाथ में सौंप दिया जाता, तो बहुत व्यवस्थित हो सकता था।”
महाकुंभ भगदड़ पर Dhirendra Krishna Shastri का मार्मिक बयान
ममता त्रिपाठी नामक एक्स हैंडल यूजर ने धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के साक्षात्कार का एक अंश वीडियो रूप में पोस्ट किया है। वीडियो में आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री महाकुंभ में 29 जनवरी को मची भगदड़ का जिक्र करते नजर आ रहे हैं। Dhirendra Krishna Shastri कहते हैं कि “फैलाव तो बहुत ज्यादा हो गया, व्यवस्था तो उन्होंने (यूपी सरकार) अपने हिसाब से ठीक की थीं, पर भक्तों का समुदाय अनुमान से दुगना पहुंच गया। यूं कह सकते हैं कि कुछ अधिकारियों की लापरवाही तो रही, जो बीच में घटना हुई वो दुखद थी, बहुत ही ज्यादा हृदय विदारक थी। हमें लगता है कि यदि पूरा महाकुंभ सेना के हाथ में सौंप दिया जाता, तो बहुत व्यवस्थित हो सकता था।”
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने सरकार को दिखाया आईना
आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री आगे कहते हैं कि “हम सबने लोगों से आह्वान किया कि महाकुंभ में पधारो, सभी सनातनियो को आना चाहिए, ऐसा अवसर दोबारा नहीं मिलने वाला। पर सब हिंदू जाग गए, सब दौड़ पड़े महाकुंभ की ओर। ऐसे में उनके लिए किए जाने वाले इंतजाम को लेकर सरकार को सजग होना चाहिए था। इसको और व्यवस्थित किया जा सकता था। लेकिन होइहि सोइ जो राम रचि राखा, को करि तर्क बढ़ावै साखा।” अपने इस वक्तव्य के माध्यम से आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री ने यूपी सरकार को इशारों-इशारों में आईना दिखाया है। Dhirendra Krishna Shastri ने स्पष्ट किया है कि सरकार को इंतजाम को लेकर और सजग होना चाहिए था।