Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर 3 साल के बच्चे को पीटने और फिर उसे प्यासा ही मरने के लिए छोड़ने की घटना सामने आयी है। ये खुलासा मृतक मासूम बच्चे के कक्षा दो में पढ़ने वाले भाई ये किया है। इस घटना के बारे में जिसने भी सुना उसका दिल दहल गया है। ये घटना प्रयागराज के नैनी में मौजूद दीन दयाल जूनियर हाई स्कूल की है। मृतक बच्चे का नाम शिवाय बताया जा रहा है। खबरों की मानें तो स्कूल का कहना है कि, ये सारे आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं।
3 साल के बच्चे पर कहर बनकर टूटी टीचर्स!
दैनिक भास्कर में छपि खबर के अनुसार शिवाय नर्सरी में पढ़ता था। इस घटना का खुलासा मृतक बच्चे के कक्षा 2 में पढ़ने वाले भाई ने किया है।
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बच्चे ने हादसे वाले दिन का पूरा वाक्या बयां करते हुए कहा कि, शिवाय को दो टीचर्स मेरी क्लास में लेकर आयी थीं। इस दौरान वो काफी रो रहा था। भाई ने जब रोना बंद नहीं किया तो एक टीचर ने थप्पड़ मार दिया। शिवाय जमीन पर गिर गया और उसके मुंह और नाक से ब्लड निकलने लगा। जमीन पर गिरने के बाद मासूम प्यास से तड़पने लगा और पानी मांगने लगा, लेकिन किसी ने भी उसे पानी नहीं दिया। काफी देर तक जब मासूम को पानी नहीं मिला तो वो चुप हो गया। इसके बाद टीचर्स ने घरवालों को ये कहकर फोन किया की शिवाय बेहोश हो गया। लेकिन अस्पताल से पता चला 3 साल का मासूम अब दुनिया में नहीं रहा।
Prayagraj News: मासूम शिवाय की मौत से स्कूल ने झाड़ा पल्ला
इस घटना के बाद बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इसके साथ ही आरोपी टीचर्स के खिलाफ केस दर्ज करा दिया गया है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में बताया गया है कि, इस मामले के बाद स्कूल संचालक और शिक्षक ताला लगाकर फरार हैं। ये घटना बृहस्पतिवार की बताई जा रही है। बच्चे की इस दर्दनाक मौत पर मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। इसके साथ ही स्कूल के प्रमुख कृष्ण मोहन गुप्ता ने सारे आरोपों को गलत करार दिया है। इसके साथ ही कहा है कि, बच्चा अपने भाई से लड़ रहा था, जिसकी वजह से बैंच से गिरा और उसकी मौत हो गई। वहीं, आरोपी शिक्षक आरती ने भी इन आरोपों को झूठा बताया है। इस खबर ने सनसनी मचा दी है।