UP News: बॉर्डर इलाकों के साथ यूपी के दर्जनों जिलों में भी अलर्ट की स्थिति है। डीजीपी प्रशांत कुमार फ्रंटफुट से लीड कर रहे हैं और स्थिति की निगरानी में जुटे हैं। भारत सरकार के निर्देश के मुताबिक यूपी के 19 जिलों में भी मॉक ड्रिल की जानी है। इन जिलों को संवेदनशीलता और जोखिम के आधार पर A, B और C कैटेगरी में बांटा गया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने खुद स्थिति की क्लोज मॉनिटरिंग करते हुए सब कुछ विस्तार से बताया है। उन्होंने कहा है कि 7 मई को गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार आगरा, मेरठ, गोरखपुर, बुलंदशहर, बागपत समेत कुल 19 जिलों में मॉक ड्रिलिंग होगी। ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कि जनपदों का वर्गीकरण किस हिसाब से किया गया है।
आगरा, मेरठ, GKP समेत इन जिलों में होगा मॉक ड्रिल!

सूची बेहद अहम है और इसमें उन जनपदों के नाम हैं जहां 7 मई को मॉक ड्रिल होना है। जिन 19 जिलों में मॉक ड्रिल होगा उसमें बुलंदशहर, आगरा, इलाहाबाद, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, वाराणसी, बख्शी का तलाब, मुगलसराय, सरसावा, बागपत और मुजफ्फरनगर जैसे स्थान हैं। इनमें से बुलंदशहर को A जबकि बागपत और मुजफ्फरनगर को C कैटेगरी में रखा गया है। जबकि शेष 16 जिले B कैटेगरी में हैं। बुलंदशहर को ए कैटेगरी में रखने का कारण जनपद का संवेदनशील होना है। दरअसल, यहां नैरोरा एटमिक पावर स्टेशन है जो दुश्मनों को खटक सकता है। वहीं बागपत और मुजफ्फरनगर भी संवेदनशील जिले की श्रेणी में आते हैं जो दुश्मन देश को आकर्षित कर सकते हैं। यही वजह है कि श्रेणी के आधार पर इन सभी स्थानों पर मॉक ड्रिल किया जाएगा।
मॉक ड्रिल को लेकर डीजीपी ने जारी किया दिशा निर्देश
यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार इस पूरे प्रकरण की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। उनका कहना है कि “केंद्र सरकार से 7 मई को मॉक ड्रिल के बारे में जानकारी मिली है। 19 जिलों की पहचान की गई है। एक जिला ए श्रेणी में है, 2 जिले सी श्रेणी में हैं, और बाकी बी श्रेणी में हैं। इस जगह की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने यह आदेश दिया है कि यह मॉक ड्रिल नागरिक प्रशासन, पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवा, आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ आयोजित की जाएगी। ताकि हम किसी भी तरह की आपातकालीन स्थितियों से निपट सकें। स्थानीय प्रशासन समय तय करेगा।”