Vande Bharat Train: हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से चार नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। सबसे खास बात है कि एक ट्रेन को वाराणसी खजुराहो रूट पर चलाया जा रहा है, जो कि बहुत खास होने जा रहा है। धार्मिक यात्रा करने वाले लोगों के लिए यह ट्रेन गेमचेंजर साबित होने जा रही है। सबसे खास बात है कि यह ट्रेन एक साथ भगवान राम और देवो के देव महादेव के दर्शन एक साथ कर सकेंगे। यानि अगर आप भी धार्मिक यात्रा करने की सोच रहे है तो यह खबर आपके काम ही हो सकती है। आज इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे इस ट्रेन के खासियत, रूट व अन्य जरूरी डिटेल।
Vande Bharat Train से करें भगवान राम और शिव के दर्शन
अगर वाराणसी खजुराहो वंदे भारत ट्रेन की बात करें तो यह ट्रेन धार्मिक यात्रा करने वाले लोगों के एक वरदान साबित होने जा रही है। बता दें कि यह ट्रेन वाराणसी से चलकर चित्रकूट होते हुए कई खजुराहो पहुंचेगी। मालूम हो कि वनवास के दौर भगवान श्रीराम ने चित्रकूट में भी करीब 11 साल रूके थे। यहीं पर उनके भाई भरत उनसे मिलने के लिए आए थे। वहीं अगर वाराणसी की बात करें तो यहां पर साक्षात भगवान शिव का वास होता है।
भारी संख्या में लोग पूरी दुनिया से यहां पर घूमने और काशी विश्वनाथ के दर्शन करने लिए आते है। अगर रूट की बात करें तो यह ट्रेन बनारस, विंध्याचल, प्रयागराज छिवकी, चित्रकूटधाम, बांदा, महोबा होते हुए खजुराहो पहुंचेगी। यानि धार्मिक यात्रा के लिए यह ट्रेन काफी अहम है।
इन लोगों के वंदे भारत ट्रेन साबित होगी गेमचेंजर
गौरतलब है कि वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत ट्रेन चलने से बड़ी संख्या में यात्रियों को फायदा होने की उम्मीद है, जो चित्रकूट और प्रयागराज जैसे तीर्थ स्थल घूमने के लिए जाते है। व्यवसाय के लिहाज से भी यह ट्रेन एक गेमचेंजर साबित हो सकती है, क्योंकि खुजराहो, चित्रकुट में वाराणसी से बड़ी संख्या में यात्री पहुंचेंगे, जिससे होटल, स्टोरेंट, ढाबा, चाय–नाश्ता दुकानों की आमदनी में 12% बढ़ोत्तरी की संम्भावनाएं हैं, जिसका कारण स्थानीय खानपान की मांग बढ़ने से खाद्य–सेवा क्षेत्र में तेज़ी होगा। यानि इस ट्रेन के चलने से कई जिलों को जबरदस्त फायदा मिलने की उम्मीद है।
