Zubeen Garg: इमरान हाशमी की फिल्म के सॉन्ग या अली को आवाज देने वाले जुबीन गर्ग इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गए। यह सच है कि उनकी आवाज हमेशा उनके फैंस के बीच जिंदा रहेगा। इस सब के बीच उनके अंतिम दर्शन के लिए देश के अलग-अलग कोने से उनके फैंस जमा हुए और इस सबके बीच अंतिम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए इस बारे में अलग-अलग जानकारी लोगों को देते रहे हैं। वहीं मंगलवार की सुबह जुबीन गर्ग का एक और पोस्टमार्टम किया गया तो इसके अलावा अंतिम यात्रा में उनके पेट डॉग्स भी शामिल हुए।
बहन के हाथों होगा जुबीन गर्ग का अंतिम संस्कार
पामी बोर्थाकुर जुबीन गर्ग का अंतिम संस्कार करने वाली हैं जो उनकी छोटी बहन है। जाहिर तौर पर सिंगर की मौत के बाद उनके लाखों फैंस का दिल टूटा है और ऐसे में उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए रविवार और सोमवार को लाखों की भीड़ देखने को मिली जिसकी झलक ने लोगों को हैरान कर दिया। एक चमकता हुआ सितारा भले ही दुनिया से दूर हो गया हो लेकिन अपनी आवाज से तो हमेशा जिंदा रहेगा।
जुबीन गर्ग जैसा कोई और नहीं
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने x पर एक पोस्ट लिखा कि “जुबिन गर्ग की अंतिम यात्रा शुरू होने में बस कुछ ही घंटे बाकी हैं। कुछ देर पहले, मैं सरुसजाई स्टेडियम में उनके शुभचिंतकों के साथ अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने गया था। पिछले दो दिन उनके लोगों के प्रति प्रेम के प्रतीक हैं। ज़ुबीन जैसा कोई दूसरा कभी नहीं होगा।”
Zubeen Garg के पेट डॉग्स को देख टूट गए सीएम हिमंत बिस्वा सरमा
वहीं एक और वीडियो को सीएम हिमंत बिस्वा सरमा शेयर करते हुए दिखे जिसने लोगों का दिल तोड़ दिया है जहां जुबिन के पेट डॉग्स उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे। इसकी झलक दिखाते हुए सीएम ने लिखा, “अक्सर कहा जाता है कि कुत्ते इंसान के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं और अगर कुत्ते आपसे प्यार करते हैं, तो आप एक महान इंसान हैं – इको, दिया, रैम्बो और माया के लिए, ज़ुबीन उनका परिवार था और आज जब वे अंतिम विदाई ले रहे थे, तो उन्हें भी वही भावनाएं महसूस हुई होंगी जो हमें अभी हो रही हैं – दिल टूट गया।”
गौरतलब है कि नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में शामिल होने के लिए जुबीन गर्ग सिंगापुर गए थे और वहां स्कूबा डाइविंग के दौरान डूबने के बाद उनकी मौत हो गई। 52 साल की छोटी उम्र में वह हमेशा के लिए अलविदा कह गए।