8th Pay Commission: हाल के दिनों में 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी मिलने के बाद देशभर के केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स में इस बात को लेकर चर्चा छिड़ गई है कि उनकी सैलरी और पेंशन में कितनी बढ़ोतरी होगी। इन सबमें ज्यादा चर्चा 8th Pay Commission में फिटमेंट फैक्टर की हो रही है। दरअसल फिटमेंट फैक्टर एक गुणक है। जो मौजूदा मूल वेतन पर लागू होता है। साथ ही यह संशोधित वेतन मैट्रिक्स के तहत नए वेतन की गणना करता है।
8th Pay Commission की घोषणा
केन्द्र सरकार ने जनवरी के महीने में 8th Pay Commission की घोषणा की थी। जो इस साल के अंत तक अपनी रिपोर्ट पेश करता दिखेगा। इसके साथ ही केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में कर्मचारियों के वेतन में 10 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है। क्योंकि फिटमेंट फैक्टर के आधार पर सैलरी और पेंशन में बढ़ोतरी तय होना है।
पिछली बार Fitment Factor क्या था?
आपको बता दें कि नेशनल काउंसिल-ज्वाइंट कंसल्टेंसी लैब NC-JCM के सचिव शिव गोपाल मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें वह कह रहे हैं कि 8th Pay Commission में फिटमेंट फैक्टर पहले से कम नहीं होना चाहिए। उनका कहना है कि यह कम से कम 2.57 या उससे ज्यादा होना चाहिए। जब एक टीवी पत्रकार ने मिश्रा से इस संबंध में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि महंगाई चरम पर है। ऐसे में कर्मचारियों के वेतन में वाजिब बढ़ोतरी होनी चाहिए।
मिश्रा ने कहा कि, ”पिछले वेतन आयोग ने 2.57 फिटमेंट फैक्टर तय किया था तो इस बार यह कम कैसे हो सकता है?” मालूम हो कि 7वें वेतन आयोग के तहत Fitment Factor 2.57 तय किया गया था। जिससे न्यूनतम बेसिक सैलरी 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गई थी। वहीं 8th Pay Commission में व्यापक रूप से उम्मीद की जा रही है कि फिटमेंट फैक्टर बढ़कर 2.86 हो सकता है। वर्तमान में, DA 53% है (1 जुलाई 2024 तक)।
Fitment Factor को बढ़ना क्यों आवश्यक है?
गौरतलब है कि शिव गोपाल मिश्रा सातवें वेतन आयोग की वार्ता का हिस्सा थे। इस विषय पर विस्तृत जानकारी साझा करते हुए वे कहते हैं कि सातवें Pay Commission ने 1957 के भारतीय श्रम सम्मेलन और डॉ. एक्रोयड के न्यूनतम जीवन निर्वाह वेतन फॉर्मूले के आधार पर 2.57 का फिटमेंट फैक्टर तय किया था। हालांकि मिश्रा कहते हैं कि ये फॉर्मूले अब पुराने हो चुके हैं। उनके मुताबिक आज के दौर में महंगाई काफी बढ़ गई है। इसलिए सरकार को 8th Pay Commission में फिटमेंट फैक्टर 2.57 से कम बिल्कुल नहीं रखना चाहिए।
8th Pay Commission में पेंशन कितनी होगी?
बता दें कि पिछले साल मिश्रा ने कहा था कि एनसी-जेसीएम 2.86 का फिटमेंट फैक्टर मांगेगा। अगर सरकार इस पर सहमत होती है तो 8th Pay Commission न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो सकता है। जबकि 8वें वेतन आयोग न्यूनतम पेंशन 9,000 रुपये से बढ़कर 36,000 रुपये हो जाएगी।
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