BSNL: भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) 18 साल बाद मुनाफे में लौट आई है। कई लोगों को यह सुनकर आश्चर्य हो रहा होगा कि सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ने आखिरकार इतना बड़ा बदलाव कैसे किया, वह भी तब जब देश में कई निजी Telecom कंपनियां हर दिन अपना कद बढ़ा रही हैं। यह सच है कि BSNL ने 2007 के बाद पहली बार वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 262 करोड़ रुपये का भारी मुनाफा कमाया है। इसकी पुष्टि बीएसएनएल के सीएमडी ए रॉबर्ट जे रवि ने की है।
घाटे से उभरी BSNL
विस्तृत जानकारी देते हुए बीएसएनएल के सीएमडी ने कहा, “इन प्रयासों से हमें उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष के अंत तक राजस्व वृद्धि में और सुधार होगा और यह 20% से अधिक हो जाएगी। इसके अतिरिक्त, Bharat Sanchar Nigam Limited ने अपनी वित्तीय लागत और समग्र व्यय को सफलतापूर्वक कम किया है, जिससे पिछले वर्ष की तुलना में घाटे में 1,800 करोड़ से अधिक की कमी आई है।” यहां यह समझना होगा कि Modi सरकार के कार्यकाल में BSNL न केवल गति के साथ आगे बढ़ रहा है। बल्कि आधुनिकता के साथ अपने प्रतिद्वंद्वियों को भी मात दे रहा है।
BSNL ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी
बताया जा रहा है कि 4जी और Fiber ऑप्टिक तैनाती की उन्मत्त गति के बाद लाभदायक तिमाही हासिल हुई है। BSNL के अनुसार, प्रमुख विकास कारकों में, गतिशीलता सेवा राजस्व में 15% की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं, Fiber-to-the-Home राजस्व में 18% की वृद्धि हुई। जबकि लीज्ड लाइन सेवाओं के राजस्व में 14% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है।
BSNL के सीएमडी ए रॉबर्ट जे रवि ने कहा, “बीएसएनएल अपने ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। इनमें हमने नेशनल WiFi रोमिंग, BiTV – सभी मोबाइल ग्राहकों के लिए Free मनोरंजन और सभी एफटीटीएच ग्राहकों के लिए IFTV जैसे नए नवाचार पेश किए हैं। हमारा निरंतर ध्यान सेवा की गुणवत्ता और सेवा आश्वासन पर रहा है। इसकी मदद से, BSNLने ग्राहकों के विश्वास को और मजबूत किया है और भारत में एक अग्रणी दूरसंचार सेवा प्रदाता के रूप में बीएसएनएल की स्थिति को मजबूत किया है।”