Jamui Violence: जमुई जिले के बलियाडीह गांव से हैरान करने वाली खबर आई है। गांव के बजरंगबली मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ कर लौट रहे हिंदू स्वाभिमान संगठन के नेताओं और ABVP कार्यकर्ताओं पर रविवार को एक खास समुदाय के लोगों ने हमला कर दिया। Jamui Violence बाद हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। अब गांव में स्थिति सामान्य है। पुलिस गांव के हर तरफ पैनी नजर रख रही है। इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घटना के आरोपी में से 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
आपको बता दें कि जिस गांव और जिले में यह घटना हुई है, वहां शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है। इसके अलावा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पुलिस की ओर से शांति समिति की बैठक भी आयोजित की गई है। पुलिस की ओर से घटना की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। साथ ही Jamui Violence के दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए जिला पुलिस प्रशासन ठोस प्रयास कर रहा है। वहीं, अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए जिले में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है।
Jamui में हनुमान चालीसा पाठ के बाद पथराव
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस घटना में हिंदू स्वाभिमान संगठन के जिला अध्यक्ष और नगर पंचायत के उपाध्यक्ष नीतीश कुमार समेत आधा दर्जन नेता और कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि यह हादसा उस वक्त हुआ जब सभी लोग जमुई जिले के बलियाडीह स्थितब जरंगबली मंदिर में Hanuman Chalisha का पाठ कर घर लौट रहे थे। तभी गांव के एक मोहल्ले में विवाद के बाद दूसरे समुदाय के लोगों ने सभी पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए और लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
Jamui Violence में दो एफआईआर दर्ज
मालूम हो कि पथराव और हमले में हिंदू संगठन के लोगों की गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। Jamui Violence के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और झाझा थाने में कांड संख्या 74/25 दर्ज किया है। इस मामले में 41 लोगों को नामजद किए जाने की बात सामने आई है। वहीं 50 से 60 लोगों को अज्ञात के तौर पर मामले में आरोपी बनाया गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने इसी घटना को लेकर झाझा थाना कांड संख्या 75/25 में एक और प्राथमिकी दर्ज की है।