S Jaishankar: भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती दुनिया में किसी परिचय की मोहताज नहीं है। समय-समय पर भारत की चुनाव प्रणाली में सुधार होता रहता है। जिसकी चर्चा दुनिया के कई देशों में होती है। वहीं दुनिया में कई ऐसे देश भी हैं जहां लोकतंत्र की सर्वोच्चता बरकरार रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। अब इसे लेकर चर्चाओं का बाजार दिन-प्रतिदिन गर्म होता जा रहा है। इसी कड़ी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भारत के मजबूत लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया का बचाव कर दुनिया को नया संदेश दिया है। साथ ही उन्होंने लोकतंत्र की पहचान पर पश्चिमी देशों की दोहरी नीति पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जयशंकर ने इस बात से असहमति जताई कि वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र संकट में है। इस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को रेखांकित किया।
वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र खतरे में है?
दुनिया के कई देशों को अब भारत से काफी उम्मीदें हैं। इसके पीछे की वजह मोदी सरकार द्वारा देश के विकास के लिए अपनाई गई नीति और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए संवैधानिक नियमों का मजबूती से क्रियान्वयन है। इसके चलते न सिर्फ भारतीय लोकतंत्र ने वैश्विक स्तर पर अपनी नई पहचान स्थापित की है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी दुनिया के कई देशों को पीछे छोड़ते हुए तेजी से प्रगति की है। इसका उदाहरण अब वैश्विक स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में सुनने को मिल रहा है। भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस Jaishankar ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट कर Munich Security Conference 2025 की चर्चा में शामिल होने की पुष्टि की है और कार्यक्रम के विषय पर अपने द्वारा व्यक्त किए गए विचारों को संक्षेप में बताया है
मालूम हो कि म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में ‘Live to Vote Another Day: फोर्टिफाइंग डेमोक्रेटिक रेजिलिएंस’ पर चर्चा चल रही थी। इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री S Jaishankar से पूछा गया कि क्या वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र संकट में है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस पैनल में बैठे सभी लोगों में सबसे ज्यादा मैं आशावादी व्यक्ति हूं। यहां ज्यादातर लोगों के पास सभी तरह के निराशावादी विचार हैं।
S Jaishankar ने दुनिया को दिया जवाब
बता दें कि भारतीय समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से MSC 2025 में विदेश मंत्री जयशंकर के संबोधन का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है।
PTI ने विदेश मंत्री के बयानों को कैप्शन में रखते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म-X पर लिखा, “मेरी तर्जनी पर निशान उस व्यक्ति का निशान है जिसने अभी-अभी मतदान किया है। मेरे राज्य दिल्ली में अभी-अभी चुनाव हुए हैं। पिछले साल हमारे यहां राष्ट्रीय चुनाव हुए थे। भारतीय चुनावों में, राष्ट्रीय मतदाताओं के 2/3 वोट होते हैं। हम उसी दिन वोटों की गिनती करते हैं और परिणाम घोषित होने के बाद कोई भी विवाद नहीं करता है। आज, आधुनिक युग में, दशकों पहले की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक मतदाता मतदान करते हैं। संदेश यह है कि किसी तरह वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र संकट में है, और मुझे इससे असहमत होना पड़ेगा। हम अच्छा मतदान कर रहे हैं, हम लोकतंत्र के बारे में आशावादी हैं और हमारे लिए, लोकतंत्र ने वास्तव में काम किया है।”