Ram Navami 2025: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामनवमी उत्सव का जश्न धूमधाम से शुरू हो गया है। श्रद्धालुओं के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। अयोध्या में राम मंदिर में विराजमान रामलला की यह दूसरी रामनवमी होगी, जिसमें उनके जन्मोत्सव पर विशेष अनुष्ठान किए जाएंगे। Ram Navami 2025 पर रामनगरी का चप्पा-चप्पा लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ से भरा हुआ है।
Ram Navami 2025: अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
अयोध्या भगवान श्री राम के जयकारों से गूंज रहा है। सुबह से ही देश-विदेश से श्रद्धालु सरयू में पवित्र डुबकी लगाने के लिए विभिन्न घाटों पर पहुंचने लगे हैं। Ram Navami 2025 को लेकर घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अयोध्या के एसएसपी राजकरण नैयर कहते हैं, “रामनवमी के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। हमने इलाकों को अलग-अलग जोन में बांटा है। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उद्देश्यों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।”
गोरखनाथ मंदिर में CM योगी और रामेश्वरम में PM मोदी
रामनवमी के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और कन्या पूजन करेंगे। कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराने के बाद वे भगवान राम से प्रदेश की खुशहाली की प्रार्थना करेंगे।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Ram Navami 2025 पर आज तमिलनाडु के रामेश्वरम पहुंचेंगे। यहां वे रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की खुशहाली के लिए भगवान से प्रार्थना करेंगे। मालूम हो कि रामायण के अनुसार भगवान राम ने लंका तक रामसेतु पुल बनाने से पहले रेत से शिवलिंग बनाकर यहां पूजा की थी। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी रामेश्वरम पहुंचे हों और पूजा में शामिल हुए हों, वे पिछले साल भी यहां आए थे।
सूर्य तिलक से Ayodhya में गुंजेगी भक्ति की शहनाई
आपको बता दें कि सरयू में स्नान के बाद राम भक्तों का कारवां नागेश्वर नाथ, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और राम मंदिर की ओर बढ़ रहा है। रामनवमी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सरयू के घाटों और अयोध्या में सुरक्षा के खास इंतजाम किए हैं। जिसकी झलक सरयू तट पर जल पुलिस के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की तैनाती में देखी जा सकती है।
इसके साथ ही अयोध्या के हर इलाके में श्रद्धालुओं को हर संभव मदद पहुंचाने में प्रशासन जुटा हुआ है। जानकारी हो कि Ram Navami 2025 पर अयोध्या में सुबह 10:20 बजे से शुरू होने वाले अनुष्ठान में रामलला को पंचामृत से स्नान कराया जाएगा। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उन्हें वस्त्र और पगड़ी या विशेष मुकुट पहनाकर श्रृंगार किया जाएगा। फिर दोपहर 12 बजे से रामलला के माथे पर 4 मिनट तक सूर्य तिलक लगाया जाएगा।