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Egg Test: एगोज ही नहीं क्या सभी अंडे को खाने से है कैंसर का खतरा, जानिए सुपरफूड को लेकर सच्चाई

Egg Test: क्या सभी अंडों को खाने से कैंसर का खतरा है। आइए जानते हैं इस बारे में टस्टिफाइड ने अब क्या कहा जो चर्चा में है। क्या पूरी कैटेगरी को एक ब्रांड की वजह से दोष देना ठीक है। आइए जानते हैं पूरी डिटेल्स।

Egg Test
Photo Credit- Google Egg Test

Egg Test: बीते दिन एक पॉपुलर ब्रांड एगोज पर सवाल खड़े किए गए जा इसमें एक बैन किया गया ड्रग मिला। दरअसल एगोज में नाइट्रोफ्यूरन ड्रग के पार्टिकल पाए गए जो आपके डीएनए से लेकर रिप्रोडक्टिव ऑर्गन और इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है। यहां तक कि यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की भी वजह बन सकती है लेकिन इस सब के बीच अगर आप भी इस बात को जानने के लिए परेशान है कि क्या सभी अंडे कैंसर की वजह बन सकती है तो इसे लेकर टस्टिफाइड ने एक वीडियो जारी किया जहां इस बारे में लोगों को पूरी जानकारी दी।

क्यों अंडों को कहा जाता है सुपरफूड

वीडियो में कहा गया कि अंडा एक ऐसा सुपर फूड है जो हमारे बॉडी को स्ट्रांग बनाता है क्योंकि इसमें हाई क्वालिटी प्रोटीन होते हैं। विटामिन और मिनरल्स होते हैं। इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स हमारे हारमोंस को सपोर्ट करते हैं। यह हमारे बॉडी को एनर्जी की फीलिंग देती है। एक ऐसा सुपर फूड भी है जो बहुत ही आसानी से आपको मिल सकती और इसके लिए आपको ज्यादा खर्च करने की भी जरूरत नहीं होती है।

Egg Test में एगोज को लेकर सभी अंडों को ब्लेम करना क्या है साथ

एग टेस्ट को लेकर पूरी सफाई देते हुए टस्टिफाइड ने कहा है कि बीते दिन एगोज की ब्लाइंड टेस्टिंग की गई जिसमें एक बैन एंटीबायोटिक ड्रग का मेटाबॉलिक मिला और उसके बाद बहुत से लोगों ने एग कैटेगरी को ही ब्लेम करना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने तो वेज वर्सेस नॉन वेज की वार शुरू कर दी।

दुनिया के कई कोनों में एगोज पर लग सकता है बैन

एक टेस्ट को लेकर पूरी सच्चाई बताते हुए ट्रस्टीफाई ने कहा कि सिर्फ एक ब्रांड के प्रोडक्ट के आधार पर आप पूरी कैटेगरी को ब्लेम मत करिए। अपने मन मुताबिक बातें मत बनाइए। यूट्यूब वीडियो में कहा गया हम अलग-अलग जगह से नॉन ब्रांडेड अंडे को लेंगे और फेमस ब्रांडेड अंडे को भी लेंगे और टेस्टिंग करेंगे और एक वीडियो बनाकर हम उन सब की लैब टेस्ट रिपोर्ट आपको बताएंगे। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि जिस एंटीबायोटिक ड्रग की वजह से ये बातें बनाई जा रही है वह भारत में बैन नहीं है बाकी कई देशों में इस पर कानून का पूरी तरह शिकंजा है।

एग टेस्ट को लेकर वीडियो में यह भी बताया कि एगोज जैसे ब्रांच को अपने क्वालिटी चेक पर ध्यान देने की जरूरत है और इंग्रेडिएंट्स में उन्हीं चीजों का जिक्र करना जरूरी है जो उसमें मौजूद है ताकि हम अपने हेल्थ के साथ कोई भी लापरवाही न कर सके।

Disclaimer: यह लेख और इसमें दी गई चिकित्सीय परामर्श केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से किसी योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में बताए गए तरीकों और दावों को केवल सुझाव माना जाना चाहिए; डीएनपी इंडिया हिंदी न तो इनकी पुष्टि करता है और न ही खंडन करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार का पालन करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।

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