Health Tips: क्या आप भी दिन भर घर का काम करती हैं और आपको लगता है कि एक्सरसाइज की जरूरत नहीं है जो घर के हर काम को बखूबी करती है लेकिन एक्सरसाइज से कोसों दूर रहती है। कई महिलाओं का मानना होता है कि उन्हें एक्सरसाइज की जरूरत नहीं है क्योंकिवह फिजिकली एक्टिव है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो यह गलत है क्योंकि एक्सरसाइज के सही मायने क्या है इस बारे में डॉक्टर प्रियंका सेहरावत ने एक वीडियो को शेयर करते हुए लोगों को खास जानकारी दी है। ऐसे में आइए जानते हैं कैसे आप हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज को खुद ही नेता दे रहे हैं।
क्या होते 3 तरह के एक्सरसाइज
डॉ प्रियंका इस वीडियो में कहती हुई नजर आती है कि एक्सरसाइज के 3 टाइप्स होते हैं। लो इंटेंसिटी, मॉडरेट इंटेंसिटी और हाई इंटेंसिटी। लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज वह होता है जिसमें आपका हार्ट रेट बेसलाइन से हल्का सा ऊपर जाता है। मॉडरेट इंटेंसिटी में हार्ट रेट और थोड़ा ऊपर जाता है 50 से 70% बेसलाइन से तो हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज में नॉर्मल या बेसलाइन से लगभग 80% ऊपर चला जाता है।
Health Tips में जानिए क्या घर के काम भी होते हैं एक्सरसाइज
लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज में जैसे खड़े होकर बर्तन साफ करना, घर के काम, सीढ़ी चढ़ना है। इस एक्सरसाइज के बीच आप गाना गा सकते हैं और किसी से बात भी कर सकते हैं। मॉड्रेट इंटेंसिटी एक्सरसाइज जैसे ब्रिस्क वॉक, जॉगिंग और डांस करना, स्लो साइकिल चलाना इसमें हार्ट रेट आपका थोड़ा बढ़ता है। आप इसमें बात कर सकते हैं लेकिन गाना नहीं गा सकते हैं। हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज जैसे स्विमिंग, जुंबा तेज साइकिल चलाना। इसमें आपको बात करते-करते बीच में रुकना पड़ता है क्योंकि आपको सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। इसमें हार्ट रेट बढ़ा होता है।
हार्ट अटैक और डायबिटीज से बचने के लिए क्या है जरूरी
डॉ प्रियंका एक्सरसाइज के बारे में आगे समझाकर कहती है कि डायबिटीज ब्लड प्रेशर के जो गाइडलाइंस है उसमें स्ट्रोक, हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए मोड्रेट इंटेंसिटी एक्सरसाइज 150 मिनट हर हफ्ते या फिर 75 मिनट हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज हर हफ्ते में जरूरी है। ऐसे में जो घर के काम है वह मॉडरेट या हाई इंटेंसिटी में नहीं आते हैं। ब्रिस्क वॉक हर दिन जरूरी है। कम से कम 30 मिनट ब्लड प्रेशर, डायबिटीज हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचने के लिए हर दिन करें।