Homocysteine: आज के समय में हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी घटनाएं अक्सर देखने को मिल जाती है लेकिन क्या आपको पता है कि ब्लड में क्लॉटिंग की प्रवृत्ति का पता लगाया जा सकता है। यह कहीं ना कहीं हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी समस्याओं की वजह बनती है। ब्लड में क्लॉटिंग टेंडेंसी का टेस्ट डॉ प्रियंका सेहरावत बताती हुई नजर आती है। वह कहती है कि यह होमोसिस्टिन है जो 40 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को करवा लेनी चाहिए जिससे कई रिस्क फैक्टर का पता लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है जो लोगों को जागरूक कर सकता है।
Homocysteine कैसे ब्लड क्लोटिंग की बन सकती है वजह
डॉक्टर प्रियंका इस वीडियो में कहती है कि होमोसिस्टिन एक अमीनो एसिड होता है। होमोसिस्टिन ब्लड में कुछ अच्छे प्रोडक्ट्स में बदल जाता है जिसे विटामिन बी 12, विटामिन B6 और फोलिक एसिड की जरूरत होती है। जब आपके ब्लड में विटामिन B12 और फोलिक एसिड लो हो जाता है यह होमोसिस्टिन का कन्वर्जन नहीं हो पाता है तब यह ब्लड में बढ़ता जा रहा ह। जैसे जैसे यह मॉलेक्युलिस बढ़ता है वैसे-वैसे आपके क्लोटिंग की टेंडेंसी भी ब्लड में बढ़ते जाते हैं।
इन रिस्क फैक्टर में क्लोटिंग बन सकती है मुसीबत
वहीं डॉक्टर प्रियंका कहती हैं कि और इसकी वजह से आपको स्ट्रोक, हार्ट अटैक, ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज का रिस्क होता है। अगर आपकी उम्र 40 से ऊपर है या आपको ऐसे समय में बीपी, शुगर, मोटापा, स्मोकिंग जैसे रिस्क फैक्टर है तो आपको होमोसिस्टिन लेवल जरूर चेक करवाना चाहिए। अगर यह बढ़ा हुआ है तो विटामिन B12 और फोलिक को भी चेक करवाना है। डॉक्टर प्रियंका इस वीडियो के जरिए उन सभी लोगों को जानकारी देती हुई नजर आई है कि आखिर कैसे आप ब्लड में क्लोटिंग की टेंडेंसी का पता लगा सकते हैं जो कहीं ना कहीं बाद में आपके लिए बड़ी परेशानी की वजह बन सकती है। सिर्फ एक टेस्ट करवाने से आप आने वाले मुश्किलों से बच सकते हैं।
