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‘प्राथमिकता माता-पिता को…’ क्या आप भी मां और पत्नी की कलह से हो चुके हैं परेशान! जानिए Premanand Maharaj ने क्या कहा

अगर आपके भी माता-पिता के साथ आपकी पत्नी के क्लेश होते हैं तो आईए जानते हैं इस बारे में प्रेमानंद महाराज क्या कहते हैं। कहां आपको सावधान रहने की जरूरत होती है इस प्रश्न पर महाराज ने दिया यह जवाब।

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Premanand Maharaj
Photo Credit- Google Premanand Maharaj

Premanand Maharaj: पारिवारिक जिंदगी हो या फिर स्वास्थ्य हर समस्या को लेकर आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज के पास लोगों की भीड़ जमा होती है। घर-घर में सास बहू का झगड़ा और इसके बीच फंसे बेटे की व्यथा तो आप सुने होंगे लेकिन इसका जवाब Premanand Maharaj ने कुछ ऐसा दिया जो निश्चित तौर पर आपकी हर कंफ्यूजन को दूर कर देगा। अगर आप भी अपनी मां और पत्नी के बीच फंसे होते हैं तो आइए जानते हैं क्या कहते हैं इसे लेकर प्रेमानंद महाराज। इसे लेकर सवाल करते हुए शख्स कहता है कि वह अपनी पत्नी को भी प्यार करता है और माता-पिता को भी लेकिन पत्नी और माता-पिता में सुलह नहीं है ।

Premanand Maharaj ने बताया हर शख्स को पत्नी से कहनी चाहिए ये बात

@RadhaKeliKunj x शेयर वीडियो में प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि “प्राथमिकता माता-पिता को रखिए क्योंकि अर्धांगिनी अपना ही अंग है। हमें प्रकट करने वाले माता-पिता है। आप पत्नी से कहें कि हमारे माता-पिता की सेवा ना करें लेकिन आप हमें नहीं रोक सकते। हम आपकी सुविधा अनुकूलता आपको देंगे लेकिन मेरे माता पिता के बीच आएंगी तो हमारे आपके संबंध में विरोध हो जाएगा। माता-पिता का त्याग नहीं कर सकते।जो अपने माता-पिता का त्याग कर दे अपनी पत्नी के कहने पर फिर क्या वीरता रही। जो लड़की इस तरह की व्यवहार वाली हो कि आप हमसे प्यार करते हो तो माता-पिता का त्याग कर दो उससे कह देना चाहिए तैयार रहना विच्छेद के लिए। जिस दिन हमारी माता-पिता की सेवा में व्यवधान करोगे हमारे आपके बीच में संबंध विच्छेद हो जाएगा।”

प्रेमानंद महाराज ने कहा भुगतना पड़ता है सबको

Premanand Maharaj आगे कहते हैं कि माता-पिता भगवान का स्वरूप है और उनकी सेवा का पूरा अधिकार पुत्र को है। जो जैसा कर्म करेगा उसको फल वैसा ही भगवान देगा। भोगना पड़ेगा तो इसलिए सावधान रहे। पत्नी के चक्कर में आकर कभी भूल मत कर देना। बूढ़े माता पिता को मारना पीटना या घर से निकालने जैसे आचरण मत करना। पत्नी से कहें तुम करो या ना करो हम तुम पर दवाब नहीं डालते हैं लेकिन आप हम पर दबाव नहीं डाल सकते।

बुजुर्ग माता पिता को Premanand Maharaj ने दी सलाह

वही प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं कि अगर माता-पिता बुजुर्ग होने के बाद कोई गलती कर रहे हैं। थोड़े अलग व्यवहार करें तो उनको समझना चाहिए बुढ़ापा आ रहा है ज्यादा अगर उदंडता करेंगे तो दुर्गति को प्राप्त होंगे। बहु को अपनी बेटी समझे थोड़ा प्यार का व्यवहार करें ताकि उन्हें चाय और नाश्ता मिल जाए। महाराज कहते हैं कि अगर आपके माता-पिता को सेवा की जरूरत है तो आप पीछे ना हटे क्योंकि वे बुजुर्ग है उनका दिमाग उनकी मानसिक स्थिति 60-70 के बाद बदल जाती है। Premanand Maharaj आगे कहते हैं कि जो अपने माता-पिता की सेवा करता है भगवान प्रसन्न होते हैं।

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