Sprouts: आप भी स्प्राउट्स को हेल्दी मानते हैं और इसका सेवन करते हैं लेकिन अगर यह कहा जाए कि स्प्राउट्स आपके लिए बिल्कुल भी हेल्दी नहीं है तो सालों सुनी सुनाई बातों को झटका लग सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में बात करते हुए लगभग 30 साल के एक्सपीरियंस वाले आयुर्वेदिक एक्सपर्ट वैद्य राजेश ठक्कर ने इस बारे में क्या कहा। एक्सपर्ट के मुताबिक इसकी वजह से आपको पेट की कई समस्याएं हो सकती है और यह सिर्फ पशुओं के पचाने के लायक होता है। क्या कहना है आयुर्वैदिक एक्सपर्ट का इस बारे में।
हाई प्रोटीन होने के बावजूद क्यों Sprouts खाना कर दें बंद
इंस्टाग्राम चैनल से शेयर किए गए इस वीडियो में वैद्य राजेश ठक्कर कहते हैं कि स्प्राउट्स नहीं खाएं। यह किसी के लिए भी नहीं है। 800 करोड़ की महासागर में मनुष्य के लिए पृथ्वी पर यह हेल्दी नहीं है। जब उनसे पूछा जाता है कितना बड़ा भरम तोड़ रहे हो आप आज लोग स्प्राउट्स हाई प्रोटीन के लिए खाते हैं। इस पर एक्सपर्ट कहते हैं कि “मॉडर्न साइंस भी कहता है कि स्प्राउट्स में रिच प्रोटीन है। यह ऐसा प्रोटीन है जो सिर्फ पशु पचा सकते हैं। हमारा मनुष्य शरीर यह प्रोटीन कभी नहीं पचा पाएगा। वहीं स्प्राउट्स खाने के बाद आप देख लेना।
स्प्राउट्स बंद करने से खत्म हो सकती है ये मुसीबत
एक्सपर्ट कहते हैं कि मैं 30 साल से प्रैक्टिस कर रहा हूं इतने सारे स्प्राउट्स खाने के बाद बड़ी-बड़ी गैस्ट्रिक प्रोबलम डायरिया लोगों को हो रहा है। बहुत सारे मरीज आते हैं और मैं बंद करवाता हूं स्प्राउट खाना बंद करो कमाल हो जाएगा कोई भी मेडिसिन नहीं चाहिए। गैस्ट्रिक प्रॉब्लम ठीक हो जाएगा क्योंकि कॉम्प्लिकेटेड प्रोटीन को डाइजेस्ट करने में यूरिन बनेगा यूरिक एसिड बनेगा उसके लिए बॉडी में सभी चीजों की संतुलन होनी जरूरी है। स्प्राउट्स में इतना कठिन प्रोटीन है कि हमारे अंदर उसे डाइजेस्ट एजेंट है ही नहीं ।
कई समस्याओं की जड़ है स्प्राउट्स
आयुर्वेदिक की माने तो स्प्राउट्स खाने के बाद गैस्ट्रिक की समस्या, डायरिया, हाई यूरिक एसिड, ब्लोटिंग और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। अगर स्प्राउट्स खाने के बाद आपको भी इस तरह की कोई समस्या हो रही है तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख और इसमें दी गई चिकित्सीय परामर्श केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से किसी योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में बताए गए तरीकों और दावों को केवल सुझाव माना जाना चाहिए; डीएनपी इंडिया हिंदी न तो इनकी पुष्टि करता है और न ही खंडन करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार का पालन करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
