Bihar Assembly Election 2025: चुनाव परवान चढ़ने लगा है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। यहां बात बिहार के संदर्भ में हो रही है जहां कथित रूप से बीमार सीएम नीतीश कुमार को खराब मौसम में भी जनसंपर्क करते देखा गया है। नीतीश कुमार की सक्रियता मोकामा में हुई हिंसा के बाद सवालों में है। जनसुराज कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के बाद अनंत सिंह और एनडीए सरकार की भूमिका पर सवाल उठे हैं।
सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये सुशासन है या कुशासन? इस प्रतिकूल समय के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता को साधते हुए वीडियो संदेश जारी किया है। बिहार सीएम ने लालू यादव के कार्यकाल का जिक्र कर जनता को साधने का काम किया है जिसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे।
नीतीश कुमार ने संदेश जारी कर जनता को साधा – Bihar Assembly Election 2025
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 नवंबर को वीडियो संदेश जारी कर जनता को साधने का काम किया है। जेडीयू के एक्स हैंडल से जारी पोस्ट में नीतीश कुमार को अपने हिस्से का पक्ष रखते सुना जा सकता है।
नीतीश कुमार कहते हैं कि “वर्ष 2005 से पहले बिहार की स्थिति बदहाल थी। उसके बाद हमने कमान संभाली और बिहार को बीमारू राज्य की कैटेगरी से बाहर निकाला। सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखते हुए सभी के लिए काम किया। इसका परिणाम ये हुआ कि 2005 में जो जीएसडीपी 79000 करोड़ रुपए थी, वो आज 2025 में 11 लाख करोड़ हो चुकी है। इससे इतर सरकार ने गांव-गांव सड़के, बिजली समेत सभी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने का काम किया। हमने युवाओं को रोजगार देकर उन्हें सशक्त बनाया। आगे भी हम इसी नीति के साथ जनता के लिए काम करते रहेंगे।”
मोकामा हिंसा के बाद नीतीश सरकार पर उठे सवाल
गौरतलब है कि गुरुवार को अनंत सिंह के गृह विधानसभा क्षेत्र मोकामा में जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या हुई थी। इसको लेकर नीतीश सरकार की भूमिका पर सवाल उठे। गुस्साए समर्थकों ने दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप बाहुबली अनंत सिंह पर लगाया है जो जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। प्रशासन पूरी तरह से इस मामले की जांच में जुटा है। इस बीच राजद, कांग्रेस, वाम दल व वीआईपी समेत अन्य विपक्षी बिहार में सुशासन की जगह कुशासन का दावा करते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं।






