Pappu Yadav: तमाम समझौतों और आपसी सहमति के बाद भी विपक्षी गठबंधन से असंतोष सामने आ रहा है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या महागठबंधन में सबकुछ ठीक है? दरअसल, पूरा मामला तेजस्वी यादव को सीएम और मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम फेस घोषित करने के बाद से सामने आया है। इस पूरे प्रकरण को लेकर जहां एक ओर महागठबंधन पर मुस्लिम समाज को दरकिनार करने का आरोप लग रहा है।
वहीं दूसरी ओर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव का अलग राग अलापना भी कई सवालों को जन्म दे रहा है। सवाल है कि आखिर पप्पू यादव एनडीए या महागठबंधन में से किसके लिए चुनावी प्रचार कर रहे हैं? महागठबंधन में छिड़े आपसी द्वंद के बीच पूर्णिया सांसद का एक एक्स पोस्ट सभी फसाद की जड़ है।
डिप्टी सीएम फेस पर छिड़े संग्राम के बीच सांसद Pappu Yadav की तीखी प्रतिक्रिया
बेबाकी से अपने हिस्से का पक्ष रखने वाले पप्पू यादव एक बार फिर महागठबंधन से अलग रास्ता अपनाते नजर आ रहे हैं। बिहार महागठबंधन में डिप्टी सीएम फेस को लेकर छिड़े द्वंद के बीच पूर्णिया सांसद ने अलग रुख अपनाया है।
पप्पू यादव ने एक्स पोस्ट जारी कर लिखा है कि “बिहार में INDIA गठबंधन की सरकार बनेगी
तो हमारे नेता राहुल गांधी जी दलित और मुस्लिम समुदाय से एक-एक उपमुख्यमंत्री अवश्य बनाएंगे! वह सभी समाज को समुचित प्रतिनिधि देने के पक्षधर रहे हैं। उनके पिता राजीव गांधी जी तारिक
अनवर साहब को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे, तो इंदिरा जी ने भोला पासवान शास्त्री जी और गफ़ूर
साहब को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया था!”
ये ऐसी टिप्पणी है जो महागठबंधन में तालमेल ठीक ना होने का संकेत है। जहां एक ओर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष पिछड़ा सीएम, अति पिछड़ा डिप्टी सीएम फेस घोषित कर चुका है। वहां पप्पू यादव का एक दलित और एक मुस्लिम समुदाय से डिप्टी सीएम बनाने की बात करना कई सवालों को जन्म दे रहा है। पूछा जा रहा है कि आखिर पप्पू यादव महागठबंधन के लिए प्रचार कर रहे हैं या एनडीए के लिए?
सीएम और डिप्टी सीएम फेस घोषित कर मुश्किलों में महागठबंधन?
दरअसल, विपक्ष ने बिहार चुनाव के लिए अपने सीएम और डिप्टी सीएम फेस का ऐलान कर दिया है। आधिकारीक ऐलान के मुताबिक ये साफ है कि यदि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी, तो तेजस्वी यादव सीएम होंगे और डिप्टी सीएम के रूप में मुकेश सहनी की ताजपोशी होगी। एक अन्य डिप्टी सीएम का चुनाव नतीजों के ऐलान होने के बाद किया जाएगा।
इस समीकरण ने महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी है। तमाम ऐसे मुस्लिम नेता या कार्यकर्ता हैं जो महागठबंधन द्वारा किसी मुस्लिम समाज के नेता का नाम नहीं ऐलान करने पर खुद की अवहेलना का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच पप्पू यादव ने मुखर तौर पर एक दलित और एक मुस्लिम डिप्टी सीएम का फॉर्मूला पेश किया है जो महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा रहा है।






