Satish Gautam: करणी सेना ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में होली मनाने का ऐलान कर दिया है। करणी सेना ने कहा है कि इजाजत मिले या न मिले, 10 मार्च को एएमयू में होली मनाई जाएगी। इस बीच अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि ”Aligarh Muslim University में हर हाल में होली धूमधाम से मनाई जाएगी। एएमयू के सभी हिंदू छात्र होली मनाएंगे।”
पिछले साल होली खेलने के दौरान हिंदू छात्रों पर हुए हमले के सवाल पर Satish Gautam ने कहा कि अगर किसी हिंदू छात्र को कोई परेशानी होती है तो मैं इसके लिए तैयार हूं। जब तक मैं यहां हूं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में Holi धूमधाम से मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि AMU से इसके लिए अनुमति की कोई जरूरत नहीं है। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या झगड़ा हो सकता है तो उन्होंने कहा कि झगड़ा कैसे हो सकता है, जो लड़ेगा उसे ऊपर तक भेजा जाएगा।
AMU में होली मनाई जाएगी- Satish Gautam
वरिष्ठ पत्रकार ने भाजपा सांसद सतीश गौतम के इस बयान के कुछ अंश को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ”अलीगढ़ से BJP के सांसद Satish Gautam कहते हैं “हर हाल में AMU में होली मनाई जाएगी. जो भी रोकेगा, उसे ऊपर पहुँचा देंगे”
मालूम हो कि इससे पहले गुरुवार को अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र चौहान ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि अगर छात्रों को Holi समारोह आयोजित करने की अनुमति नहीं मिली तो वह अपनी टीम के साथ 10 मार्च को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में होली मनाने जाएंगे। हालांकि किसी भी टकराव की आशंका को देखते हुए पुलिस-प्रशासन सक्रिय मूड में नजर आ रहा है।
AMU Holi पर अन्य लोगों की राय
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, होली मिलन समारोह की अनुमति मांगने वाले छात्र अखिलेश कौशल ने कहा कि अब वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में होली नहीं खेलेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर समारोह आयोजित करने की अनुमति मिलती तो वह विश्वविद्यालय के साथी छात्रों के साथ Holi उत्साह के साथ त्योहार मनाते। वहीं, Aligarh Muslim University प्रॉक्टर प्रो. एम. वसीम अली ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी कैंपस में होली खेलने पर कभी रोक नहीं लगाई गई है। परंपरागत रूप से यहां ईद, होली और दीपावली समेत सभी त्यौहार छात्र मिलजुल कर मनाते आए हैं। यह आयोजन छात्रावासों और विभागों में किया जाता रहा है। हालांकि एम वसीम अली का माननाहै कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में किसी खास समुदाय के लिए कोई विशेष आयोजन नहीं किया जाता है। उनका कहना है कि AMU में कोई नई परंपरा शुरू करना उचित नहीं है।