Chirag Paswan: बिहार में भारी सियासी उठा-पटक का दौर जारी है। आलम ये है कि एनडीए से लेकर महागठबंधन और जनसुराज तक सत्ता की शीर्ष तक पहुंचने का दावा कर रहे हैं। इसी उठा-पटक के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख चिराग पासवान के एक बयान ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है।
मंत्री चिराग पासवान ने वर्ष 2030 में मुख्यमंत्री बनने की इच्छा प्रकट करते हुए कहा है कि मेरा विजन हमेशा बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट रहा है। ये साफ तौर पर दर्शाता है कि अगले बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान अपना सिक्का जमाने की पूरी करेंगे। ऐसे में यदि नीतीश कुमार वर्ष 2030 तक बिहार की राजनीति में सक्रिय रहे, तो चिराग पासवान मजबूती से उनके समक्ष ताल ठोंकेंगे।
क्या नीतीश कुमार के लिए चुनौती बनेंगे Chirag Paswan?
फिलहाल का समीकरण ऐसे सवालों को सिरे से खारिज कर रहा है। लोजपा (आरवी) प्रमुख चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में उनका लक्ष्य नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाना है। एनडीए को पांच दलों का एक स्ट्रांग विनिंग कॉम्बिनेशन बताते हुए चिराग पासवान ने साफ किया है कि उनकी पार्टी के सभी विधायक हर हाल में नीतीश कुमार को समर्थन देकर उन्हें सीएम बनाने का काम करेंगे।
ऐसे में चिराग पासवान के हालिया बयानों से ये लगता है कि फिलहाल वे नीतीश कुमार के लिए चुनौती नहीं बनेंगे। हां, एक बात और है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। ऐसे में कब कैसा समीकरण बने और नेताओं का मंतव्य क्या कहे। इसको लेकर पुख्ता रूप से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
मुख्यमंत्री पद के लिए एलजेपी प्रमुख ने ठोंकी ताल!
चिराग पासवान भविष्य को देखते हुए सियासी ताल ठोंक रहे हैं। बिहार वासियों के बीच पैठ बनाने का काम कर रहे चिराग पासवान ने पिता की मृत्यु के बाद शून्य से शुरुआत करते हुए अपने 5 सांसद जीता लिए। इसके बाद सीट बार्गेनिंग में सफलता हासिल करते हुए लोजपा (आरवी) को 29 सीटें दिला दीं। ये साफ तौर पर चिराग पासवान की भविष्य की तैयारियों को दर्शाता है।
इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा प्रकट करना भी कई संभावनाओं को जन्म दे रहा है। चिराग पासवान ने साफ किया है कि वे 2030 में मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे, क्योंकि उनका विजन हमेशा बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट रहा है। ये स्पष्ट तौर पर दर्शाता है कि चिराग अगले विधानसभा चुनाव में उन तमाम नेताओं के लिए चुनौती साबित होंगे जिनका लक्ष्य मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचना होगा।






