CM Yogi Adityanath: तल्ख तेवर के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार चुनाव की कमान संभाल ली है। इसी क्रम में आज उन्होंने बिहार की राजधानी पटना से निकट दानापुर और सहरसा में जनसभा को संबोधित किया। लालू यादव का गढ़ कहे जाने वाले दानापुर में जनसभा संबोधित करते हुए सीएम योगी ने ‘विकास बनाम बुर्के’ का जिक्र किया।
मुख्यमंत्री योगी ने कांग्रेस, राजद, वीआईपी और वाम दलों को लपेटते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन ने एक बार फिर विकास बनाम बुर्के के रूप में नई शरारत शुरू कर दी है। सीएम योगी ने कहा है कि जब बिहार विकास की बात कर रहा है, तब कांग्रेस और राजद ने बुर्के का मुद्दा उठाकर बहस को बढ़ाने की चालाकी की है। सीएम योगी के इस तल्ख टिप्पणी को लेकर अब खूब सुर्खियां बन रही हैं।
चुनावी जनसभा में CM Yogi Adityanath का तल्ख रुख
चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने तल्ख रुख अपनाया। दानापुर में बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव के लिए जनसमर्थन की अपील करने पहुंचे सीएम योगी विपक्ष को जमकर आड़े हाथों लिया है।
सीएम योगी ने कहा कि “अब बिहार के विकास की दौड़ में बाधा डालने के लिए राजद, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने एक बार फिर एक नई शरारत शुरू कर दी है। ‘विकास बनाम बुर्का’। जब बिहार विकास की बात कर रहा है, कांग्रेस और राजद ने बुर्के का मुद्दा उठाकर बहस को बढ़ाने की चालाकी की है। क्या उन्हें फर्जी मतदान की अनुमति दी जानी चाहिए? क्या घुसपैठियों को यहाँ आकर बिहार के गरीबों, दलितों और नागरिकों के अधिकारों को लूटने की अनुमति दी जानी चाहिए?”
इससे इतर भी सीएम योगी ने राजद के कार्यकाल को याद दिलाते हुए उसकी तुलना जंगलराज से की। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे बिहार में एनडीए की सरकार बनाकर विकास को रफ्तार दें।
बिहार में तेजी से सुर्खियां बटोर रहा घुसपैठियों से जुड़ा मुद्दा
ये एक ऐसा मुद्दा है जिस पर प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, सीएम योगी समेत तमाम दिग्गज नेताओं को बोलते देखा जाता है। बिहार में घुसपैठियों का मुद्दा तेजी से सुर्खियां बटोरता नजर आ रहा है। बीजेपी के तमाम नेता ये दावा करते हैं कि भारी संख्या में घुसपैठिए बिहार के सीमांचल इलाके मे आते हैं।
इन्हीं घुसपैठियों को मुद्दा बनाकर बीजेपी चुनावी जनसभाओं में विपक्ष को निशाने पर ले रही है। सीएम योगी ने भी इसी क्रम में लोगों से सवालियां अंदाज में पूछा है कि क्या घुसपैठियों को बिहार के स्थानिय लोगों का हक लूटने का अधिकार दिया जाना चाहिए। इसके बाद घुसपैठ फिर एक बार बिहार चुनाव में बड़ा मुद्दा बन गया है।