BJP: दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी का सियासी सफर बेहद कठिन रहा है। कभी 2 लोकसभा सदस्यों वाली पार्टी रही BJP आज लगातार तीसरी बार केन्द्र की सत्ता में काबिज है। केन्द्र के अलावा दक्षिण से लेकर उत्तर, पूर्व और पश्चिम में स्थित प्रदेशों में बीजेपी का अपना दबदबा है। हालांकि, लोकसभा 2024 चुनाव नें पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व वाली बीजेपी को बड़ा झटका लगा था। 350 के आंकड़े पार होने का इंतजार कर रही बीजेपी को लोकसभा 2024 (Lok Sabha 2024) में अपने बल-बूते 240 सीटें ही मिलीं। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में मिले झटकों से सबक लिया और फिर जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव के साथ यूपी विधानसभा उपचुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन कर विपक्ष (INDIA Alliance) को पटखनी दे दी। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि बीजेपी विपक्ष को पटखनी दे पाने में कैसे कामयाब रही थी।
Haryana व Maharashtra Election में BJP ने विपक्ष को कैसे दी पटखनी?
हरियाणा का चुनाव बीजेपी के लिए अहम था। दशकों से हरियाणा (Haryana) की सत्ता में काबिज BJP ने हरियाणा चुनाव जीतने के लिए दम-खम लगा दिया था। सभी सर्वे और एग्जिट पोल को पछाड़ कर बीजेपी ने राज्य में 48 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर ली। हालांकि, ये हुआ कैसे इस सवाल पर चर्चा जरूरी है। दरअसल, हरियाणा में BJP के खिलाफ एंटी इन्कंबेंसी का माहौल था। बीजेपी ने बड़ा फैसला लेते हुए मनोहर लाल खट्टर से इस्तीफा दिलवाया और राज्य की कमान नायब सिंह सैनी को सौंप दी। बेहद कम समय में नायब सैनी ने लोगों के बीच जाकर अपनी पैठ बनाई और सरकार के कार्यों का उल्लेख किया। बीजेपी ने आंतरिक कलह पर ध्यान देते हुए चुनावी प्रचार के दौरान माइक्रो लेवल पर मैनेजमेंट का काम किया। इसका असर ये हुआ कि बीजेपी ने कांग्रेस का माहौल होते हुए भी चुनाव में जीत दर्ज कर ली।
अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रमों की धरा रही महाराष्ट्र में BJP ने गठबंधन फॉर्मूले को बेहतर तरीके से साधने का काम किया। लोकसभा में मुंह की खाने वाली बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में RSS के साथ सामंजस्य स्थापित किया। संघ के अलावा बीजेपी के सभी मोर्चाओं से प्रचारकों का जत्था महाराष्ट्र (Maharashtra) की गली-गली तक पहुंचा। देवेन्द्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की तिकड़ी ने महाराष्ट्र की जनता को विश्वास दिलाने का काम किया कि वे बेहतर तरीके से महायुति के बैनर तले सरकार का संचालन कर सकते हैं। इसके अलावा बीजेपी ने नाराज पड़े मराठाओं और ओबीसी वर्ग को अपने खास समीकरण के सहारे साधने का काम किया जिसके परिणामस्वरूप महायुति 288 में से 230 विधानसभा सीट जीतने में कामयाब रही थी।
UP Bypolls में सपा को दी थी करारी मात!
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव (UP Assembly Bypolls) में राज्य की प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को करारी मात दे दी थी। बीजेपी (BJP) ने लगभग सपा का गढ़ माने जाने वाले कुंदरकी में लगभग तीन दशकों (30 साल) बाद विजय पताका फहराया था। खास बात ये है कि कुंदरकी मुस्लिम बाहुल्य सीटों में से एक है। यहां 55 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम मतदाता थे। इसके अलावा पार्टी को मंझवा, कटेहरी, फूलपुर, गाजियाबाद, खैर में भी जीत मिली थी। वहीं पार्टी के सहयोगी दल RLD ने मीरापुर में जीत हासिल की। जबकि करहल और सीसामऊ में को सपा को जीत मिली थी। यूपी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने पीएम मोदी और सीएम योगी के साझा चुनावी मंत्र के साथ प्रचार-प्रसार में हिस्सा लेकर किला फतह करने का काम किया था।
Lok Sabha 2024 में BJP को मिला था करारा झटका!
भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव में करारा झटका मिला था। इस चुनाव में बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच अनबन की खबरें भी खूब चली थीं। चुनावी प्रचार के दौरान ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक बयान सुर्खियों में रहा जब उन्होंने आरएसएस का जिक्र कर बड़ी बात कह दी थी। जेपी नड्डा ने कहा था कि “बीजेपी अब बड़ी हो गई है, उसे RSS की जरूरत नहीं।” इसके बाद सियासी खींचतान का दौर चला। 5 जून को जब परिणाम घोषित हुए तब बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के माथे पर सिकन साफ नजर आ रही थी। इसकी वजह थी पार्टी का अपने बल-बूते बहुमत से चूक जाना। बीजेपी को महज 240 सीटें मिली थीं। हालांकि, बीजेपी ने अन्य सहयोगी दलों से समीकरण साध कर लगातार तीसरी बार केन्द्र में सरकार बनाया और RSS से सामंजस्य स्थापित कर आगे का सियासी सफर तय किया।