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क्या Tamil में BJP के ‘मिशन फतह’ के बीच रोड़ा बन रहे Annamalai? Amit Shah के दौरे से मिला संकेत; जानें किस नीति को साधने में जुटी पार्टी

एक नई संभावना की ओर बढ़ रहे Annamalai क्या दिल्ली की सत्ता में व्यवस्थित होंगे? क्या अमित शाह की चेन्नई में उपस्थिति AIADMK और BJP के बीच गठबंधन की राह खोलेगी? ऐसे तमाम सवाल हैं जो तमिलनाडु के सियासी गलियारो में गूंज रहे हैं।

Annamalai
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Annamalai: आक्रामक अंदाज की राजनीति के लिए जाने वाले BJP नेता अन्नामलाई आजकल दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं। कभी सीएम एमके स्टैलिन, तो कभी एआईडीएमके नेताओं को निशाने पर लेने वाले अन्नामलाई का प्रदेश अध्यक्ष पद जाना लगभग तय है। बीते शाम Tamil Nadu पहुंचे अमित शाह की मौजूदगी में आज प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन हो रहा है। ऐसे में ये स्पष्ट है कि बीजेपी तमिलनाडु में ‘मिशन फतह’ को रफ्तार देने के लिए Annamalai फैक्टर को किनारे कर किसी और रणनीति को साधने में जुटी है। ऐसी स्थिति में अन्नामलाई का क्या होगा? क्या बीजेपी एक बार फिर तमिल में गठबंधन को वरीयता देने जा रही है? इन तमाम सवालों का जिक्र करते हुए आज चर्चा की जाएगी।

क्या Tamil में BJP के ‘मिशन फतह’ के बीच रोड़ा बन रहे Annamalai?

ये सवाल हम इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि अन्नामलाई का फायर ब्रांड तेवर बीजेपी के लिए लाभदायक नहीं साबित हो रहा है। अन्नामलाई फैक्टर के कारण ही पार्टी की सहयोगी रही AIADMK ने साथ छोड़ा था। इसके बाद बीजेपी तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव के दौरान अकेले मैदान में उतर चुकी है और खुद की स्वीकारिता को देख चुकी है। शीर्ष नेतृत्व ऐसे में गंभीर है और DMK को सत्ता से हटाने के लिए गठबंधन की राह देख रहा है। खबर है कि एआईडीएमके से खफा-खफा रहते हुए, ‘एकला चलो’ का मंत्र देने वाले Annamalai की अब विदाई हो सकती है। अन्नामलाई अब चेन्नई से दिल्ली शिफ्ट किए जा सकते हैं, ताकि बीजेपी और AIADMK के गठबंधन की राह खुल सके। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि वो अन्नामलाई ही हैं, जो सहयोगी रही एआईएडीएमके के साथ गठबंधन की शुरू से मुखालफल करते रहे हैं।

तमिलनाडु में चुनाव से पहले नई रणनीति को साधने में जुटी BJP

दरअसल, बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो कभी मोर्चा नहीं छोड़ती और पत्थर पर दूब उगाने की कूबत रखती है। यही वजह है कि अब पार्टी ने तमिलनाडु में नई रणनीति को साधते हुए बेहतर प्रदर्शन करने की राह में कदम बढ़ाया है। 2024 लोकसभा चुनाव में 11.24 फीसदी वोट पाकर दोहरे अंक में पहुंची BJP की चाहत है कि दक्षिण के इस अभेद किले को तोड़ा जाए। यही वजह है कि Annamalai को चेन्नई से दिल्ली भेजने की योजना बन रही है, ताकि गठबंधन के लिए माहौल सहज हो सके और AIADMK पहल करे। अमित शाह इसी क्रम में दो दिवसीय तमिलनाडु के दौरे पर भी हैं। फिलहाल ये देखना दिलचस्प होगा कि 234 सीट वाले विधानसभा तमिलनाडु में बीजेपी स्टार नेता अन्नामलाई को कहां एडजस्ट करती है।

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