Manmohan Singh: जेकेएलएफ का आतंकी यासीन मलिक के एक कबूलनामे ने पूरे देश में सनसनी मचा दी है। बता दें कि जम्मू कश्मीर जेकेएलएफ का आतंकवादी मलिक टेरर फडिंग मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है। उसने यह जानकारी अपने हलफनामे में दिल्ली हाईकोर्ट को 25 अप्रैल को दिया था। जिसमे यह सारी जानकारी दी है। गौरतलब है कि इस खबर के आने के बाद से ही भारत की राजनीति में भूचाल मच गया है। NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक यासीन मलिक ने खुलासा किया की खूंखार आतंकी हाफिज सईद से मिलने पर पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह ने उन्हें धन्यवाद दिया था।
हाफिज सईद से मिलने पर पूर्व पीएम Manmohan Singh ने यासीन मलिक का जताया था आभार
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली हाईकोर्ट में 25 अगस्त को यासीन मलिक की तरफ से एक हलफनामा दायर किया गया था। दायर हलफनामे के अनुसार 2006 में हाफिज सईद और अन्य आतंकियों के साथ हुई बैठक मलिक की स्वतंत्र पहल नहीं थी, बल्कि पाकिस्तान के साथ गुप्त शांति प्रक्रिया के तहत वरिष्ठ भारतीय खुफिया अधिकारियों के अनुरोध पर आयोजित की गई थी। उस वक्त के तत्कालीन आईबी के विशेष निदेशक वी.के जोशी ने दिल्ली में यासीन मलिक से मुलाकात की थी। रिपोर्ट के अनुसार जोशी ने मलिक से कहा था कि वह इस अवसर का उपयोग न केवल पाकिस्तानी राजनीतिक नेतृत्व के साथ, बल्कि सईद सहित आतंकवादी हस्तियों के साथ बातचीत करके तत्कालीन प्रधानमंत्री सिंह के शांति प्रयासों का समर्थन करें।
मनमोहन सिंह ने यासीन मलिक का जताया था आभार
यासीन मलिक द्वारा दिए गए हलफनामे के मुताबिक “जब मैं पाकिस्तान से नई दिल्ली लौटा, तो विशेष निदेशक आईबी वी के जोशी ने डीब्रीफिंग अभ्यास के भाग के रूप में मुझसे होटल में मुलाकात की और मुझसे प्रधानमंत्री को तुरंत जानकारी देने का अनुरोध किया। उसी शाम मैं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिला, जहाँ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एन.के. नारायण भी मौजूद थे। मैंने उन्हें अपनी बैठकों के बारे में जानकारी दी और संभावनाओं से अवगत कराया, जहाँ उन्होंने मेरे प्रयासों, समय, धैर्य और समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया”। मलिक द्वारा श्री सिंह से हाथ मिलाते हुए एक तस्वीर पर जेल में बंद आतंकवादी ने कहा, “जब मैं प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह से मिला था, तो उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के कहा था कि मैं आपको कश्मीर में अहिंसक आंदोलन का जनक मानता हूं।”