Asim Munir: ताजपोशी के बाद मुल्ला मुनीर लगातार पाकिस्तानी हुकूमत पर शिकंजा कसते नजर आ रहे हैं। आलम ये है कि अब नया फरमान जारी कर विरोध की आवाज कुचलने की चाल नए सीडीएफ की ओर से चल गई है। इस्लामाबाद से कराची, रावलपिंडी तक आसिम मुनीर के एक नए फरमान की चर्चा है। मुनीर ने एक मीटिंग के दौरान पड़ोसी मुल्क की सैनिकों को ऑपरेशनल तैयारी, अनुशासन, ट्रेनिंग और फिजिकल फिटनेस बरकरार रखने को कहा है।
आसिम मुनीर ने कहा है कि राष्ट्रीय एकता, सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करने वाले किसी भी गलत इरादे, चाहें वह राजनीतिक हो या कुछ और, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये बयान कुछ और इशारा कर रहा है। ऐसे ही मुनीर ने इमरान खान पर नकेल कस आज उन्हें सलाखों के पीछे भेजने में अहम भूमिका निभाई है। यही वजह है कि शरीफ ब्रदर्स के संदर्भ में सवाल उठ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि क्या इमरान खान के बाद पाकिस्तानी सेना शरीफ ब्रदर्स से तकरार की तलाश में है?
नए सीडीएफ Asim Munir के फरमान से पाकिस्तान में तेज हुई हलचल!
273वें कॉर्प्स कमांडर कॉन्फ्रेंस की मीटिंग के दौरान नए सीडीएफ बने आसिम मुनीर ने ऐसा फरमान जारी किया कि मुल्क में हलचल तेज हो गई। मुल्ला मुनीर ने सेना के तमाम अधिकारियों के समक्ष कहा कि “राष्ट्रीय एकता, सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करने वाले किसी भी गलत इरादे, चाहें वह राजनीतिक हो या कुछ और, को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और न ही किसी को सशस्त्र बलों और पाकिस्तान के लोगों के बीच फूट डालने की इजाजत दी जाएगी।”
मुल्ला मुनीर का ये बयान ऐसे समय में आया है कि जब पाकिस्तानी आवाम सेना के खिलाफ सड़क पर उतर चुकी है। आसिम मुनीर पर इमरान खान के साथ ज्यादती करने के खूब आरोप लग रहे हैं। मौलाना फजलुर रहमान ने भी कराची के ल्यारी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अफगानी हमलों के बाद पाकिस्तानी सेना की नीति पर सवाल उठाए थे। इन सभी को ध्यान में रखते हुए आसिम मुनीर के नए फरमान की चर्चा हो रही है और कई तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं।
इमरान खान के बाद क्या ‘शरीफ ब्रदर्स’ से तकरार की तलाश में सेना?
पूर्व पीएम इमरान खान की पाकिस्तान में जो दुर्दशा हो रही है, उससे दुनिया वाकिफ है। इमरान खान और आसिम मुनीर के बीच एक समय में खूब तनाव रहा है। आज जब पूर्व प्रधानमंत्री जेल में बंद हैं, तब भी उनकी बहन अलीमा व तमाम पीटीआई कार्यकर्ता खुलकर आसिम मुनीर के खिलाफ ज्यादती के गंभीर आरोप लगाते हैं। पाकिस्तान में सेना और हुक्मरानों के बीच तकरार पहले भी कई दफा देखी चुकी है। यही वजह है कि आसिम मुनीर के नए फरमान को कई संदर्भ में जोड़ा जा रहा है।
पूछा जा रहा है कि कहीं मुनीर अपने खिलाफ आवाज उठाने वालों के खिलाफ शिकंजा कसने की राह पर तो नहीं बढ़ रहे? एक अन्य सवाल ‘शरीफ ब्रदर्स’ के संदर्भ में भी उठ रहा है। यहां कहा जा रहा है कि कहीं आसिम मुनीर के निशाने पर नवाज शरीफ और पीएम शहबाज शरीफ तो नहीं आ गए हैं। जब सीडीएफ पद पर मुल्ला मुनीर की तैनाती तय समय पर नहीं हुई थी, तब पीएम शहबाज और सेना के बीच तकरार की खबरें चली थीं। यही वजह है कि नए फरमान को ‘शरीफ ब्रदर्स’ के लिए भी चेतावनी माना जा रहा है। अब हकीकत में क्या होता है इसके लिए सही समय का इंतजार ही एकमात्र विकल्प है।
