Sharad Pawar: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से हटाने का लक्ष्य लेकर बनाए गए विपक्षी दलों के गठबंधन का आस्तित्व अब संकट में नजर आ रहा है। दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने एक हल्का इशारा देकर कांग्रेस आलाकमान की धड़कने बढ़ा दी हैं। शरद पवार की ओर से ‘इंडिया अलायंस’ के आस्तित्व को लेकर बड़ी बात कही गई है। खास बात ये है कि Sharad Pawar की ओर से ये अहम बयान तब आया है जब हाल-फिलहाल में भी उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने अकेले ही BMC चुनाव लड़ने का इशारा दिया है। इन सभी घटनाक्रमों के बीच दावा किया जा रहा है कि INDIA Alliance बिखर सा गया है। इसके साथ ही राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस जम्मू-कश्मीर से लेकर महाराष्ट्र और बिहार तक घिर गई है।
INDIA Alliance को लेकर छिड़ी चर्चा के बीच Sharad Pawar की दो टूक!
महाराष्ट्र से लेकर केन्द्र तक की राजनीति में अपना लोहा मनवा चुके शरद पवार ने ‘इंडिया अलायंस’ के आस्तित्व को लेकर छिड़ी चर्चा के बीच बड़ी बात कह दी है। एनसीपी चीफ शरद पवार की ओर से कहा गया है कि “INDIA Alliance में राज्य और स्थानीय चुनावों के बारे में कभी कोई चर्चा नहीं हुई है। गठबंधन पूरी तरह से राष्ट्रीय स्तर के चुनावों के लिए है।”
ऐसे में ये स्पष्ट है कि निकट भविष्य में होने वाले नगर निगम, शुगर लॉबी और BMC चुनाव में गठबंधन का कोई आस्तित्व नहीं नजर आएगा। Sharad Pawar ने इस बयान के साथ ही कांग्रेस को बड़ा झटका देने का काम किया है। शरद पवार ने ऐलान कर दिया है कि दिल्ली चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल को समर्थन किया जाना चाहिए। ऐसे में जहां एक ओर Congress दिल्ली में ताल ठोंक रही है, वहीं पार्टी के करीबी शरद पवार का छिटक जाना निश्चित रूप से चिंता का विषय है।
शरद पवार ने झाड़ा पल्ला, तो J&K से महाराष्ट्र, बिहार तक घिरी Congress!
INDIA Alliance के आस्तित्व को लेकर यूपी, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर समेत अन्य कई राज्यों में सवाल उठ रहे हैं। आज जब एनसीपी चीफ Sharad Pawar ने गठबंधन से लगभग पल्ला झाड़ लिया तो पार्टी एक बार फिर बिहार से लेकर जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र तक घिरती नजर आई है। महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी ने भी कांग्रेस पर इशारों-इशारों में ही प्रहार बोलते हुए पार्टी को नसीहत दे दी है। वहीं बिहार में लालू यादव, तेजस्वी यादव, मीसा भारती समेत RJD के कई नेता INDIA Alliance के नेतृत्व में परिवर्तन या गठबंधन खत्म होने की बात कह चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी गठबंधन में कांग्रेस की रुख को लेकर नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। सीएम अब्दुल्ला ने बीते कल सोनमार्ग टनल उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी की भर-भरकर तारीफ भी की थी। ऐसे में ये स्पष्ट है कि निकट भविष्य में कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद क्या पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में भी अपने सहयोगियों का साथ खो देगी? ये सवाल है जो तेजी से राजनीति के विद्यार्थियों के बीच चर्चा बटोर रहा है।