Home देश & राज्य RSS: ‘यह हिंदू समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती..’ आरएसएस शताब्दी दिवस...

RSS: ‘यह हिंदू समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती..’ आरएसएस शताब्दी दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने हिंदुओं को किया आगाह; जानें वजह

RSS: हिंदू की एकता का मुद्दा उठाते हुए पीएम मोदी ने हिंदुओं को आगाह किया है। इसके अलावा एकता का मूल मंत्र भी बता दिया गया है।

RSS
PM Modi - फाइल फोटो

RSS: बीते कुछ महीनों से पूरे देश में एक अलग ही विचारधारा को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। नेपाल में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत में भी कई ऐसी गतिविधियां हो रही है, जिससे सरकार की नींद उड़ गई है। वहीं आज पीएम मोदी आरएसएस के शताब्दी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जमकर तारीफ भी की। साथ ही उन्होंने अवैध घुसपैठियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जल्द देशभर में जनसांख्यिकी मिशन की शुरूआत की जाएगी, ताकि घुसपैठियों को भारत से बाहर निकाला जा सके। इसके अलावा उन्होंने हिंदुओं को सावधान और सतर्क रहने की सलाह दी है। चलिए आपको समझाते है कि क्या है पूरा माजरा।

यह हिंदू समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती – पीएम मोदी

आरएसएस शताब्दी समारोह के दौरान पीएम मोदी ने कहा की समाज में सदियों से घर कर चुकी बीमारियां, जो उच नीच की भावना है, जो कुप्रथाएं है, छूाछूत जैसी गंदगी भरी पड़ी है, यह हिंदु समाज के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। आप देखिए डॉ साहब से लेकर आज तक संघ की हर महान विभुति ने हर सरसंघ चालक ने भेदभाव और छूआछूत के लिए लड़ाई लड़ी। कोई भी हिंदू कभी नीचा नहीं हो सकता है।

पूज्य बालासाहेब देवरस की सब्दवी हम सबको याद है, वह कहते थे की छूआछूत अगर पाप नहीं तो दुनिया में कोई पाप नहीं। इसके अलावा उन्होंने आने वाले समय में हिंदुओं को सावधान और सतर्क रहने की सलाह दी है। बता दें कि इस वीडियो को Times Algebra नाम के एक्स हैंडल से शेयर किया गया है।

RSS शताब्दी कार्यक्रम में पीएम मोदी ने हिंदुओं को किया आगाह

बता दें कि आरएसएस शताब्दी समारोह में पीएम मोदी ने हिंदुओं को आगाह करते हुए कहा कि आज राष्ट्र के सामने ऐसे संकट खड़े हो रहे है, जो हमारी एकता, हमारी संस्कृति, सुरक्षा पर सीधा प्रहार कर रहे है। अलगावदी सोच, क्षेत्रवाद, कभी जाति कभी भाषा को लेकर विवाद, कभी बाहरी शक्तियों द्वारा भड़काई गई विभाजन कारी नितिया, ये सब अनगिनत चुनौतियां हमारे सामने खड़ी है। भारत की आत्मा हमेशा विविधता में एकता ही रही है। अगर इस सूत्र को तोड़ा गया तो भारत की शक्ति भी कमजोर हो जाएंगी।

इसलिए हमेशा इस सूत्र को निरंतर जीना है। उसे मजबूती देनी है। डेमोग्राफी में बदलाव के सयंत्र से घुसपैठियों से भी बड़ी चुनौती मिल रही है। यह हमारी आंतरिक सुरक्षा और भविष्य की शांति से भी जुड़ा हुआ प्रसन्न है। इसलिए मैने लाल किला से डेमोग्राफी मिसन की घोषणा की है। हमे इस चुनौती से सतर्क रहना है और डटकर मुकाबला करना है। गौरतलब है कि पीएम मोदी का बयान यह इस समय आया है, जब भारत में जगह-जगह प्रदर्शन और अन्य घटनाएं हो रही है।

Exit mobile version