SIR: चुनाव आयोग की तरफ से एसआईआर के ऐलान होते ही विपक्ष एक्टिव मोड में नजर आ रही है। मालूम हो कि आयोग ने 12 राज्यों में एसआईआर कराने का ऐलान किया है। जिसकी शुरूआत हो चुकी है। वहीं अब इस मुद्दे पर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता प्रियंका गंधी, प्रशांत किशोर समेत कई नेताओं ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
और सरकार को घेरा है। अगर एसआईआर की बात करें तो यह 12 राज्यों में होने है, जिसमे अंडमान और निकोबार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु शामिल है। जिसके बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ने वाली है?
SIR को लेकर विपक्ष का हल्ला बोल
मतदाता सूची पुनरीक्षण यानि ( एसआईआर) की शुरूआत 28 अक्टूबर से हो चुकी है, जिसकी फाइनल लिस्ट 7 फरवरी को आ जाएगी। हाल ही में इसका ऐलान चुनाव आयोग की तरफ से किया गया था। वहीं अब विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर पलटवार कर रहा है। इसी बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि
“उन्होंने कुछ अन्य राज्यों में भी इसकी घोषणा की है। बिहार में उन्होंने जो किया है, उसके खिलाफ हमने संसद और हर जगह लड़ाई लड़ी है। हम इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।”
प्रशांत किशोर ने भी मोदी सरकार पर किया पलटवार
एसआईआर के मुद्दे पर नसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “SIR बिहार में हुआ था लेकिन उससे क्या हुआ? क्या किसी का नाम कटा? कुछ लोगों को परेशानी हुई लेकिन भाजपा वाले कितना भी जोर लगा लें।
लेकिन जब जनता आपके खिलाफ हो जाएगी तो SIR कीजिए या FIR कीजिए, कुछ नहीं होने वाला है।”
क्या बढ़ने वाली है ममता बनर्जी की मुश्किलें?
मालूम हो कि अगले साल यानि 2026 की ही शुरूआत में चुनाव होने है, उससे पहले चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर को पूरा कर लिया जाएगा। बीजेपी लगातार आरोप लगाती रही है कि बड़ी संख्या में बांग्लदेशी घुसपैठियें अवैध तरीके से बंगाल में रह रहे है। माना जा रहा है कि एसआईआर के बाद उनका वोट कट सकता है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इससे ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ सकती है।
