Tej Pratap Yadav: बिहार की सियासत में इन दिनों पूर्व मंत्री तेज प्रताप का नाम नए सिरे से सुर्खियों का विषय बना है। पिता की छत्रछाया से निकल चुके तेज प्रताप यादव अब नया बिहार बनाने की दिशा में जुट गए हैं। RJD से निष्कासन के बाद तमाम तरह की कयासबाजी के बीच तेज प्रताप यादव ने एक नई मुहिम शुरू करके लोगों को बड़ा आश्चर्यचकित किया है। Tej Pratap Yadav ने खुले तौर पर ऐलान किया है कि वे बिहार का नया अध्याय लिखने निकल चुके हैं। इस मुहिम में उन्होंने बिहार की जनता से समर्थन की अपील की है।
सुर्खियों में रहे लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने बताया है कि 30 जून से हर रोज 26 एम स्ट्रेड रोड स्थित उनके आवास पर जनता दरबार लगेगा। इस दौरान Tej Pratap Yadav सीधे तौर पर जनता की समस्या सुनेंगे और उसके निस्तारण का प्रयास करेंगे। सवाल उठ रहे हैं कि क्या तेज प्रताप अपने इस नए अंदाज से तेजस्वी यादव को चुनौती दे सकते हैं? तो आइए इस सवाल का जवाब ढूंढ़ने की कोशिश करते हैं।
RJD से निष्कासन के बाद नया बिहार बनाने की दिशा में Tej Pratap Yadav का बड़ा कदम!
पूर्व सीएम अखिलेश यादव से वीडियो कॉल पर की गई बात हो, या पायल प्रशिक्षण के लिए पास किया गया इंटरव्यू। तेज प्रताप यादव पटना के सियासी गलियारों में लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं। इसी बीच उन्होंने नया बिहार बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। तेज प्रताप यादव ने स्पष्ट किया है कि सोमवार दिनांक 30 जून से 26 एम स्ट्रेड रोड स्थित उनके आवास पर जनता दरबार लगेगा जिसके लिए शाम 6 से 8 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। Tej Pratap Yadav ने स्पष्ट किया है कि वे जनता दरबार के माध्यम से जनसमस्याओं का सीधा समाधान कर लोगों के बीच उनकी आवाज बनने के लिए तत्पर रहेंगे। तेज प्रताप ने लोगों से अपील की है कि वे उनके साथ आएं और मिलकर बिहार का नया अध्याय लिखें। तेज प्रताप यादव के इस नए कदम की चर्चा जोरों पर है।
क्या अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के लिए चुनौती बनेंगे तेज प्रताप यादव?
इस सवाल का पुख्ता जवाब भविष्य के गर्भ में है। लेकिन ये लगभग तय है कि RJD से निष्कासित होने के बाद Tej Pratap Yadav लगातार नई राजनीतिक रेखा खींचते नजर आ रहे हैं। उन्होंने नई राजनीतिक पार्टी बनाने या RJD से बगावत करने से जुड़े दावे का पहले ही खंडन कर दिया है। ऐसे में हालिया समीकरण से ये स्पष्ट है कि पार्टी में उत्तराधिकारी के तौर पर वे फिलहाल Tejashwi Yadav के लिए चुनौती नहीं नजर आ रहे हैं। हालांकि, चुनावी दौर में तेज प्रताप का निर्णय क्या होगा ये देखना बेहज दिलचस्प होगा। क्या Tej Pratap Yadav राजद में वापसी करेंगे, या फिर अलग राजनीतिक धारा के साथ बिहार की जनता के बीच जाएंगे। इस पर सबकी निगाहें बनी रहेंगी।