Tejashwi Yadav: उत्तर भारत में मचे चुनावी शोरगुल के बीच लालू परिवार की साख पर डेंट लग गया है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आज आईआरसीटीसी स्कैम केस से जुड़े मामले में सुनवाई करते हुए लालू परिवार के खिलाफ आरोप तय करने का फैसला सुनाया है। इस एक फैसले को लेकर बिहार की सियासत में नया संग्राम छिड़ गया है। पूछा जा रहा है कि क्या कोर्ट का ये फैसला तेजस्वी यादव की राह में रोड़ा बन सकता है?
एक ओर तेजस्वी यादव जहां तमाम सियासी समीकरणों को साधकर सूबे की सत्ता में वापसी की संभावनाएं तलाश रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी समेत कुल 14 आरोपियों पर मुकदमा चलाने का रास्ता साफ हुआ है। ऐसे में सवाल है कि क्या महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर अंगद के समान पैर जमा चुकी कांग्रेस अब और हावी हो सकती है? राउज एवेन्यू कोर्ट के इस फैसले के बाद तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं जो बिहार चुनाव के समीकरण बदलने में भूमिका निभा सकते हैं।
कोर्ट के फैसले से क्या सीट शेयरिंग मामले पर और हावी होगी कांग्रेस?
इस सवाल का स्पष्ट जवाब अभी नहीं दिया जा सकता है। चुनावी दौर है और ऐसे माहौल में राजनेता एक-दूजे के खिलाफ षड़यंत्र रचते हैं। यही वजह है कि बिहार चुनाव के लिए चढ़े परवान के बीच राउज एवेन्यू कोर्ट का आईआरसीटीसी स्कैम केस से जुड़ा फैसला कांग्रेस के माथे पर बल ला रहा है। दावा किया जा रहा है कि लालू परिवार में तेजस्वी यादव व अन्य के खिलाफ कोर्ट के फैसले से विरोधी इसे सियासी मुद्दा भी बना सकते हैं।
यदि ऐसी स्थिति बनी तो कांग्रेस का बार्गेनिंग पावर बढ़ सकता है। जो कांग्रेस अभी सम्मानजनक संख्या में सीटों के लिए अंगद के समान पांव जमाए बैठी है। वो आगे चलकर लालू परिवार के साख पर आईआरसीटीसी स्कैम के रूप में लगे डेंट को मुद्दा बनाकर अतिरिक्त सीटों की मांग कर सकती है। हालांकि, ये तमाम बातें अभी कयासों के आधार पर की जा रही हैं। अंतत: क्या होगा इसके लिए सही वक्त का इंतजार करना ही एकमात्र विकल्प है, ताकि तस्वीर स्पष्ट रूप से नजर आ सके।
राजद नेता Tejashwi Yadav की राह में रोड़ा बना आईआरसीटीसी स्कैम!
सूबे की सत्ता में राजद की वापसी कराने को बेताब तेजस्वी यादव को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने आईआरसीटीसी स्कैम केस से जुड़े मामले में सुनवाई करते हुए लालू परिवार पर फ्रॉड, साजिश और पद का दुरुपयोग करने की बात कही है। इस पूरे प्रकरण में सत्तारुढ़ एनडीए के घटक दलों की प्रतिक्रिया आनी शुरू है।
बीजेपी, जेडीयू, हम और लोजपा के तमाम नेता आईआरसीटीसी स्कैम का जिक्र कर महागठबंधन का चेहरा बने तेजस्वी यादव को घेरने में जुट गए हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की जनता इस नए स्कैम को किस रूप में लेती है। आगामी 14 नवंबर को मतगणना के साथ ही ये स्पष्ट हो जाएगा कि आईआरसीटीसी स्कैम ने तेजस्वी यादव को प्रभावित किया है या नहीं।