बुधवार, दिसम्बर 3, 2025
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Bharat Taxi App: अब किफाएती होगा टैक्सी से रोजाना का सफर, यात्रियों के साथ ड्राइवरों की भी होगी बल्ले-बल्ले! क्या खत्म हो जाएगा ओला, उबर और रैपिडो का काम?

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Bharat Taxi App: अगर आपके पास वाहन का कोई साधन नहीं है, तो ऐसी स्थिति में आप सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लेते होंगे। या फिर रोजाना टैक्सी की मदद से अपनी मंजिल तक पहुंचते होंगे। अगर आप ओला, उबर और रैपिडो का इस्तेमाल करते हैं, तो रोजाना का सफर काफी महंगा पड़ जाता है। मगर लोगों के पास इसके अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है, ऐसे में लोगों को अधिक किराया देना होता है। हालांकि, अब आपको जल्द ही इससे राहत मिल सकती है। ‘Hindustan Times’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार भारत टैक्सी ऐप को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

Bharat Taxi App यात्रियों के साथ ड्राइवरों को भी देगा फायदा

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार भारत टैक्सी ऐप के जरिए नई डिजिटल मोबिलिटी सर्विस को ला रही है। सरकार की इस खास योजना से सिर्फ यात्रियों को ही नहीं, बल्कि टैक्सी चालकों को भी अच्छा फायदा मिलने का अनुमान है। इस संबंध में केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बताया, ‘यह प्लेटफॉर्म सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड के तहत काम करेगा, जो इस साल की शुरुआत में एमएससीएस एक्ट के तहत बनी एक मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव है। साथ ही आगे बताया इस ऐप के जरिए टैक्सी चलाने वाले ड्राइवरों की भी आय में इजाफा होने की संभावना है। इतना ही नहीं, वाहन चालकों को बेहतर काम का अनुभव मिलेगा।

भारत टैक्सी ऐप पर मिल सकती हैं ये खूबियां

वहीं, भारत टैक्सी ऐप रोजाना टैक्सी का इस्तेमाल करने वालों के लिए एक वरदान की तरह साबित हो सकता है। इस ऐप को यूजर फ्रेंडली मोबाइल राइड बुकिंग की सुविधा दी जाएगी। साथ ही बुक किए गए वाहन को ट्रैक करना और किराए में पूरी तरह से ट्रांसपेरेंसी रखी जाएगी। किसी भी परेशानी को दूर करने के लिए 24 घंटे की कस्टमर सर्विस उपलब्ध होगी। यात्रियों के लिए सिक्योर और वेरिफाइड ऑनबोर्डिंग होगी।

क्या बढ़ सकती है ओला, उबर, रैपिडो की परेशानी?

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत टैक्सी ऐप पर जीरो कमीशन ढांचे को तैयार किया गया है। ऐसे में यात्री जो भी किराया देंगे, वो सीधे ड्राइवर के पास पहुंच जाएगा। वहीं, ओला, उबर, रैपिडो समेत अन्य निजी टैक्सी कंपनियों की बात करें, तो वर्तमान में कमीशन आधारित सिस्टम चलाया जा रहा है। इसमें ड्राइवर को हर राइड पर मिलने वाले किराए का कुछ हिस्सा कंपनी के पास जाता है। ऐसे में नया मोबिलिटी सिस्टम वाहन चालक की कमाई में थोड़ा इजाफा कर सकता है। इस तरह से यह नया विकल्प उन वाहन चालकों को काफी पसंद आ सकता है, जो इन निजी कंपनियों के बाहर किसी अच्छे प्लेटफॉर्म को तलाश रहे हैं। साथ ही इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। ऐसे में आने वाले समय में ओला, उबर और रैपिडो कंपनियों की दिक्कतें बढ़ सकती है।

Amit Mahajan
Amit Mahajanhttps://www.dnpindiahindi.in
अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

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