New Passenger Reservation System: Indian Railways ने बीते कुछ सालों के दौरान यात्रियों के लिए कई नई सुविधाएं शुरू की गई हैं। इसमें ट्रेनों के संचालन से लेकर सेफ्टी तक पर काफी ध्यान दिया गया है। मगर अब भारतीय रेलवे रिजर्वेशन सिस्टम को पूरी तरह से बदलने जा रहा है। जी हां, नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम को साल के आखिर तक अमल में लाया जा सकता है। नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम ट्रेन से सफर करने वालों के लिए बड़ी राहत प्रदान कर सकता है।
New Passenger Reservation System 5 गुना तेज गति से बुक करेगा टिकट
Indian Railways के मुताबिक, नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम एक मिनट में 1.5 लाख से अधिक रेल टिकट बनाने में सक्षम होगा। वर्तमान समय में भारतीय रेलवे का यात्री रिजर्वेशन सिस्टम एक मिनट में 32000 टिकटों को जेनरेट करता है। इसका मतलब है कि नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम 5 गुना अधिक स्पीड से टिकट जेनरेट कर सकता है। इंडियन रेलवे इस नए यात्री रिजर्वेशन सिस्टम को कई सारी भाषाओं के साथ लागू करेगी। ऐसे में यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। साथ ही देश का टिकटिंग सिस्टम काफी ज्यादा स्मार्ट हो जाएगा।
नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम की रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की समीक्षा
भारतीय रेलवे के मुताबिक, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में New Passenger Reservation System के तहत होने वाले सुधारों की समीक्षा की है। इस दौरान अश्विनी वैष्णव ने Indian Railways के टिकटिंग सिस्टम को अधिक ट्रांसपेरेंट, ज्यादा स्मार्ट, आसान और कुशल बनाने पर जोर दिया। रेल मंत्री ने नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम को लेकर कहा कि इसमें यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव होगा।
नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम से इन कार्यों में आएगी तेजी
Indian Railways New Passenger Reservation System के अलावा एक अन्य अपग्रेड को भी जल्द लागू कर सकता है। भारतीय रेलवे यात्रियों की यात्रा अनिश्चितता को कम करने के लिए जल्द ही प्रतीक्षा सूची वाले टिकटों के लिए एडवांस चार्ट सिस्टम लागू करेगा। भारतीय रेलवे दोपहर 2 बजे से पहले प्लेटफॉर्म से निकलने वाली ट्रेनों के लिए यात्री चार्ट पिछले दिन रात 9 बजे तक तैयार हो जाएगा। इसके अलावा नया यात्री रिजर्वेशन सिस्टम के जरिए टिकट से संबंधित पूछताछ की क्षमता में 10 गुना अधिक बढ़ जाएगी। नए यात्री रिजर्वेशन सिस्टम के तहत होने वाली पूछताछ की संख्या प्रति मिनट 4 लाख से बढ़कर 40 लाख से अधिक पूछताछ होने की संभावना है। ऐसे में यात्रियों को कम टाइम में परेशानी का समाधान मिल सकता है।