Nitin Gadkari: मोदी सरकार में केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अक्सर मुखर बयानों और नए-नए कार्यों की वजह से चर्चा में रहते हैं। ऐसे में नितिन गडकरी एक बार फिर चर्चा में हैं, मगर इस बार उनकी पत्नी के एक अनोखे कार्य की भी चर्चा चल रही है। जी हां, नितिन गडकरी की पत्नी कांचन ने एक खास तकनीक का इस्तेमाल करके ऑर्गेनिक प्याज का सफलतापूर्वक उत्पादन किया है। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने दी। इंटरनेट पर अब इस नई टेक्नोलॉजी की काफी खोजबीन चल रही है।
Nitin Gadkari ने लोगों को दी ऑर्गेनिक प्याज उगाने की तकनीक
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने एक्स यानी ट्विटर अकाउंट के जरिए एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘नागपुर के धापेवाड़ा स्थित हमारे भक्ति फार्म में मेरी पत्नी श्रीमती कांचन ने एक अनूठा प्रयोग करते हुए, मल्चिंग पेपर तकनीक का इस्तेमाल कर एक किलो तक वजन वाले ऑर्गेनिक प्याज का सफल उत्पादन किया है।’ इस नई तकनीक के जरिए नितिन गडकरी की पत्नी ने वाकई प्रशंसनीय काम किया है। यही वजह है कि अब उनके इस कार्य की चारों ओर वाह-वाही हो रही है।
आखिर क्या है मल्चिंग पेपर टेक्नोलॉजी?
नितिन गडकरी की पत्नी ने मल्चिंग पेपर टेक्नोलॉजी के जरिए ऑर्गेनिक प्याज का सफलता के साथ उत्पादन कर लिया। ऐसे में आपको जानकारी के लिए बता दें कि यह मॉर्डन एग्रीकल्चर की एडवांस तकनीक है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से कई तरह के फायदे लिए जा सकते हैं। इस तकनीक में खेत की मिट्टी पर खास तरह का मल्चिंग पेपर बिछाया जाता है। मल्चिंग पेपर काला, चांदी और बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक की तरह होता है। मल्चिंग पेपर को फसल की जड़ के आसपास इस तरह से काटा जाता है कि खेत के पौधे आसानी से बाहर आ जाए।
मल्चिंग पेपर टेक्नोलॉजी से फसल उत्पादन में आती है तेजी!
बता दें कि मल्चिंग पेपर टेक्नोलॉजी खेत की फसल का उत्पादन काफी तेज गति से बढ़ा सकती है। इसके साथ ही कई तरह के लाभ भी प्रदान कर सकती है। खेत में इस टेक्नोलॉजी के जरिए नमी संरक्षण किया जा सकता है। ऐसे में फसल को सिंचाई की जरूरत कम हो जाती है। खेत में इस तकनीक के जरिए सूरज की रोशनी को फसल की मिट्टी तक पहुंचने से रोका जाता है। इससे फसल में पैदा होने वाली खरपतवार को नियंत्रित किया जा सकता है। यह टेक्नोलॉजी फसल की मिट्टी का तापमान संतुलित रखने में मदद करती है। फसल उत्पादन में एक बड़ी समस्या कीटों को नियंत्रित करना होता है। इस परेशानी की वजह से अक्सर पूरी फसलें बर्बाद हो जाती है। मगर मल्चिंग पेपर टेक्नोलॉजी में चांदी की तरह चमकने वाला पेपर कीटों को फसल से कोसो दूर रखता है।