Kota Viral Video: बॉलीवुड से लेकर भोजपुरी व साउथ की ऐसी तमाम फिल्में बड़े पर्दे पर रीलिज हो चुकी हैं जिसमें खाकी दागदार होते देखा जा चुका है। हालांकि, वास्तविकता इससे उलट होती है और खाकी समाज के रक्षक के रूप में जानी जाती है। लेकिन एकाद ऐसा मामला सामने आ ही जाता है, जो पुलिस विभाग को सवालों के घेरे में खड़ा कर देता है। कोटा वायरल वीडियो उसी की एक बानगी मात्र है। दरअसल, कोटा पुलिस के SHO पुष्पेंद्र बंसीवाल पर मामूली बात के लिए एक दुकानदार को झन्नाटेदार थप्पड़ जड़ने के आरोप लगे हैं। Kota Viral Video में पूरे प्रकरण को देखा व समझा जा सकता है। दावे के मुताबिक वर्दीधारी एसएचओ मामूली बात पर आपा खो बैठे और आनन-फानन में व्यापारी को कंटाप जड़ दिया। कोटा से आए इस प्रकरण का वायरल वीडियो अब सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है।
वर्दीधारी SHO ने व्यापारी को जड़ दिया झन्नाटेदार कंटाप, देखें Kota Viral Video
घर के कलेश नामक एक्स हैंडल यूजर ने कोटा वायरल वीडियो पोस्ट किया है जिसमें एक वर्दीधारी पुलिसकर्मी को थप्पड़ जड़ते देखा जा सकता है।
Watch Video
यूजर का दावा है कि कोटा पुलिस के एसएचओ पुष्पेंद्र बंसीवाल कैथूनीपोल में सड़क पर खड़ी बाइक को न हटाने पर आपा खो बैठे। इस दौरान उन्होंने एक दुकानदार को खींच लिया और पुलिस वाहन के समीप ले जाकर जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। दावा किया जा रहा है कि दुकानदार बार-बार कह रहा था कि सड़क पर उसकी बाइक नहीं खड़ी है। हालांकि, वर्दीधारी पुलिसकर्मी नहीं माने और व्यापारी को बीच बाजार कंटाप जड़ दिया। Kota Viral Video में पूरे प्रकरण को आसानी से देखा व समझा जा सकता है। ये मामला इतनी जोर से सुर्खियों में है कि कोटा के व्यापारी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कोटा वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर SP ने दिया जांच का आदेश
ताजा जानकारी के मुताबिक स्थानिय पुलिस अधीक्षक डॉ अमृता दुहन तक Kota Viral Video से जुड़ा मामला पहुंच गया है। कोटा पुलिस अधीक्षक ने डीएसपी राजेश टेलर को मामले की जांच सौंपी है। वहीं SHO पुष्पेंद्र बंसीवाल मारपीट के आरोपों को गलत बताते हुए दुकानदार रिजवान पर बदतमीजी के आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि महाराणा प्रताप जयंती पर आयोजित रैली के लिए दुकानों के बाहर सामान हटाने के निर्देश दिए गए थे जिसके बाद रिजवान ने बदसलूकी की और उसे थाने ले जाया जा रहा था। फिलहाल ये पूरा मामला सुर्खियां बटोर रहा है और कोटा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है।