Asim Munir: दुनिया के सामने बेनकाब हो चुके पड़ोसी मुल्क के सामने अब और कोई रास्ता नहीं बचा। पाकिस्तान को अब लगभग महसूस हो गया है कि चीन का बैकअप काम नहीं आ रहा। ऐसी स्थिति में कोई अन्य साझेदार ढूंढ़ना पड़ेगा। इसी फेहरिस्त में पड़ोसी मुल्क अमेरिका से नजदीकी साधने में जुटे हैं। आलम ये है कि पहले आसिम मुनीर को डोनाल्ड ट्रंप की शरण में भेजा और अब पाकिस्तानी वायु सेना के चीफ जहीर अहमद बाबर सिद्धु वाशिंगटन पहुंचे हैं। Asim Munir के बाद पाकिस्तान वायु सेना चीफ का अमेरिका जाना कई संभावनाओं की ओर इशारा कर रहा है।
दावा किया जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत से बुरी तरह शिकस्त खाकर पाकिस्तानियों की घोर बेइज्जती हुई है। पाकिस्तानी अब इस हार के बाद डैमैज कंट्रोल की दिशा में काम करते हुए आनन-फानन में कदम बढ़ा रहे हैं। हालांकि, भारत भी आतंक के आकाओं से सतर्क है और तगड़ा बंदोबस्त कर दुश्मनों को कभी भी मार गिराने की क्षमता विकसित कर चुका है।
जनरल Asim Munir के बाद अब अमेरिका की शरण में पाकिस्तानी वायु सेना चीफ
इसको लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं। इंडिया टूडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान अब चीन को छोड़कर अमेरिका को साधने की दिशा में काम कर रहा है। इसी क्रम में आसिम मुनीर की डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के सप्ताह भर बाद ही जहीर अहमद बाबर सिद्धु वाशिंगटन पहुंचे हैं। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को भारी पैमाने पर नुकसान पहुंचा था। दावा किया गया कि पाकिस्तान को चीन से मिलने वाले हथियार किसी काम नहीं आए और भारतीय सेना ने लाहौर से इस्लामाबाद, कराची, मुजफ्फराबाद समेत अन्य कई इलाकों को निशाना बना लिया। यही वजह है कि अब PM शहबाज शरीफ और Asim Munir को चीन की बैकअप पर भरोसा नहीं रहा है। ऐसी स्थिति में Pakistan अब नए साझेदार को ढूंढ़ने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आनन-फानन में अमेरिकी की शरण में पहुंच रहा है।
खबरों की मानें तो वहां अमेरिकी एफ-16 ब्लॉक के लड़ाकू जेट को पाकिस्तानी वायु सेना के बेड़े में शामिल करने पर वार्ता हो सकती है। इसके अलावा पाकिस्तान एआईएम-7 स्पैरो, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) की बैटरियां भी हासिल करने की कोशिश कर सकता है। ये सारे कदम ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मिली शिकस्त के बाद उठाए जा रहे हैं।
सधी चाल चल रहे Pakistan के खिलाफ भारत ने भी कर लिया तगड़ा बंदोबस्त
पड़ोसी मुल्क ये सोच रहा है कि भारत के खिलाफ उसकी रणनीति की भनक किसी को नहीं है। लेकिन पाकिस्तान यहीं गलत है और भारत पल-पल की जानकारी रखते हुए दुश्मन देश के खिलाफ तगड़ा बंदोबस्त कर रहा है। इधर पाकिस्तान अमेरिका की शरण में नतमस्तक है। वहीं भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सधी रणनीति के तहत अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड और एफबीआई प्रमुख काश पटेल से मुलाकात की है। अमेरिकी शासन में शामिल दोनों भारतीय मूल के अधिकारियों से मुलाकात कर भारत ने अपनी नीति को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इतना ही नहीं पीएम मोदी भी वैश्विक मंच पर तमाम राष्ट्राध्यक्षों से भेंटकर पाकिस्तान को आईना दिखा रहे हैं। ऐसे में ये साफ है कि भारत अपने दुश्मनों के खिलाफ तगड़ा बंदोबस्त कर हर परिस्थिति में जवाबी कार्रवाई के लिए सजग है।