Asim Munir: पड़ोसी मुल्क में शहंसा-ए-आलम की कुर्सी पर बैठा क्रूर शख्स पूरी हुकूमत को अपने इशारों पर नचा रहा है। आलम ये है कि आवाम दो वक्त की रोटी के लिए भी तरस रही है। हालांकि, क्रूर तानाशाह अपने शाने-शौकत से किसी भी तरह का समझौता नहीं कर रहा। यहां बात सेना प्रमुख आसिम मुनीर के संदर्भ में हो रही है।
इमरान खान की बहन अलीमा खान द्वारा किए गए खुलासे के मुताबिक आसिम मुनीर ऐसा शख्स है जो भारत के साथ जंग के लिए तड़पता है। मुनीर शायद अतीत भूल चुके हैं कि कितनी बार भारतीय सेना पाकिस्तानियों को मुंह की खाने पर मजबूर कर चुकी है। इमरान खान की बहन द्वारा आसिम मुनीर को लेकर ऐसा खुलासा किया गया है जो लोगों को चौंका सकता है।
क्या भारत से टकराने की हिमाकत करेगी Asim Munir की सेना?
ये बड़ा सवाल है जो इमरान खान की बहन अलीमा खान द्वारा किए गए एक सनसनीखेज खुलासे से उठ रहा है। अलीमा खान ने पाकिस्तानी स्काई न्यूज को दिए एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि “आसिम मुनीर कट्टरपंथी इस्लामवादी और इस्लामिक रूढ़ीवादी हैं। यही वजह है कि वह भारत के साथ जंग के लिए तड़पते हैं। उनकी इस्लामिक कट्टरपंथी और रूढ़ीवादी सोच उन्हें उन लोगों के खिलाफ लड़ने के लिए उकसाती है जो इस्लाम से नहीं जुड़े हैं।” ऐसे में ये स्पष्ट है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत के खिलाफ नापाक मंसूबा रखने की वजह क्या है।
हालांकि, मुनीर सेना भारत से टकराने की हिमाकत करेगी इस पर अभी भी प्रश्न चिन्ह लगा है। अभी हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर कर भारतीय सेना ने न सिर्फ पहलगाम का बदला लिया, बल्कि ये बता दिया कि फिर टकराए तो बुरा हस्र करेंगे। एक नहीं, ऐसे तमाम मौके आ चुके हैं जब भारतीय सेना पाकिस्तान को करारा जवाब देकर उन्हें सबक सीखा चुकी है। ऐसे में मुल्ला मुनीर फिर भारत से टकराने की हिमाकत करेंगे, इसकी संभावना न के बराबर है।
बार-बार मुंह की खाने के बाद भी सबक नहीं सीख रही मुनीर सेना!
कट्टरपंथी मुनीर के नेतृत्व वाली पाकिस्तानी सेना बार-बार मुंह की खाने के बावजूद सबक सीखने का नाम नहीं ले रही है। कुछ वर्ष पहले की बात करें तो उरी और बालाकोट स्ट्राइक की याद आती है जब भारतीय सेना ने घर में घुसकर पाकिस्तानी आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। ऑपरेशन सिंदूर में भी यही मंजर देखने को मिला जब भारतीय सेना ने मुनीर सेना को बुरी तरह जंग के मैदान से खदेड़ा था।
अतीत पर नजर डालें तो 1965, 1971 और 1999 का मंजर नजर आता है कि भारतीय सेना पाकिस्तानी हुकूमत और सैन्य शक्ति पर हावी पड़ी थी और दुश्मनों को करारी हार मिली थी। ऐसे में यदि अतीत को भूलकर आसिम मुनीर फिर से भारतीय सेना से टकराने की हिमाकत करेंगे, तो ये तय माना जाएगा कि बार-बार मुंह की खाने के बाद भी दुश्मनों ने सबक नहीं सीखा है।






