Bajendra Biswas: आखिर कब तक पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार जारी रहेगा? कब तक कट्टरपंथ की भेंट हिंदू चढ़ते रहेंगे? यूनुस सरकार हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठी है? ये तमाम सवाल हैं जो बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास और सम्राट मंडल के बाद एक और हिंदू बृजेंद्र बिस्वास की हत्या के बाद उठ रहे हैं।
बृजेंद्र बिस्वास की हत्या का तरीका भले ही अलग रहा हो, लेकिन इसका कारण कट्टरपंथी विचारधारा ही है जो पड़ोसी मुल्क में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा खतरे में डाल रही है। बांग्लादेश के ग्रामीण अर्धसैनिक बल के सदस्य बृजेंद्र बिस्वास की हत्या के बाद मुल्क में सनसनी मची है। एक बार फिर वैश्विक मंच पर मोहम्मद यूनुस की सरकार कटघरे में घिरी है और कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। तो आइए हम आपको घटना से जुड़ी सारी अपडेट बताते हैं।
दीपू चंद्र दास, सम्राट मंडल के बाद कट्टरपंथ की भेंट चढ़ा एक और हिंदू!
पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में एक और हिंदू की हत्या हुई है जिसको लेकर सनसनी सी मची है। खबरों के मुताबिक लुका उपजिला के मेहराबारी इलाके में सुल्ताना स्वेटर्स लिमिटेड फैक्ट्री में बतौर सिक्योरिटी सदस्य शामिल बृजेंद्र बिस्वास को उनके साथी ने ही मौत के घाट उतार दिया। बीते सोमवार की शाम करीब 6:30 बजे बृजेंद्र अपने साथी नोमान मियां की भेंट चढ़ गए और गोली लगने से उनकी मौत हो गई।
बृजेंद्र बिस्वास को गोली मारने के बाद नोमान मियां मौके से फरार हो गया जिसके बाद में पुलिस ने गिरफ्तार किया। बीते दिनों पहले दीपू चंद्र दास और फिर सम्राट मंडल की हत्या के बाद सोमवार को बृजेन्द्र की हत्या ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाया है। सवाल उठ रहे हैं कि कट्टरपंथ की भेंट चढ़ते हुए कब तक हिंदुओं की हत्या होगी रहेगी?
हिंदू Bajendra Biswas की हत्या के बाद कटघरे में यूनुस सरकार
इस पूरे प्रकरण को लेकर यूनुस सरकार कटघरे में घिर गई है। क्या मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर पाने में सक्षम नही हैं? बांग्लादेश में क्या अल्पसंख्यकों को रहने का अधिकार नहीं है? आखिर मोहम्मद यूनुस का प्रशासन क्यों नहीं अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर पा रहा है? ऐसे तमाम सवाल हैं जो बृजेंद्र बिस्वास की हत्या के बाद उठ रहे हैं।
खबर है कि वैश्विक स्तर पर फजीहत झेल रही यूनुस सरकार की प्रशासन ने आरोपी नोमान मियां को गिरफ्तार कर लिया है। पूरे मामले की सच्चाई क्या है ये जल्द ही सामने लाने का दावा किया जा रहा है। इन तमाम दावों से इतर एक बात साफ है कि तख्तापलट के बाद बांग्लादेश की सत्ता में काबिज हुए यूनुस मुल्क में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाने में नाकामयाब रहे हैं।






