Balochistan News: पड़ोसी मुल्क त्रासदी की मार पहले से ही झेल रहा है। इसी बीच एक और आशंका पैदा हो गई है। इजरायल-ईरान वॉर के कारण पाकिस्तान में डीजल-पेट्रोल की कीमत जबरदस्त तरीके से बढ़ी है। पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान में अच्छी खासी संख्या में फ्यूल पंप हैं जिन पर पाकिस्तानी सेना से अन्य कई व्यवसायिक गतिविधियां तक निर्भर हैं। ऐसी स्थिति में यदि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने थोड़ी सख्ती दिखाई, तो पाकिस्तान त्रासदी का नया दौर झेलेगा। पूरे समीकरण को ऐसे समझिए कि यदि BLA ने विद्रोह की आवाज फूंक दी और पाकिस्तानियों को अपने फ्यूल पंप तक पहुंचने से रोक दिया, तो PAK में ईंधन का संकट गहरा जाएगा। इसकी वजह है कि हालिया स्थिति में पाकिस्तान में 25 फीसदी से ज्यादा फ्यूल पंप बंद हुए पड़े हैं।
BLA ने हुँकार भरी तो त्रासदी का नया दौर झेलेगा पाकिस्तान!
बलूची लड़ाकों ने यदि थोड़ी सख्ती दिखाई और विरोध के स्वर फूंक दिए, तो पाकिस्तान में ईंधन का संकट गहरा सकता है। आलम ये है कि पाकिस्तान में 25 फीसदी से ज्यादा पंप बंद हो चुके हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान में फ्यूल पंप की संख्या अच्छी मात्रा में है जिस पर मुनीर आर्मी और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की निर्भरता है। ऐसी स्थिति में यदि BLA ने विद्रोह के बिगुल फूंक दिए और पाकिस्तानियों को फ्यूल पंप तक पहुंचने से रोका, तो ईंधन संकट गहरा जाएगा। फिर Pakistan त्रासदी का वो दौर देखेगा जिसकी अध्याय इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा।
बलूचियों की सख्ती से पाकिस्तान में मचेगा हाहाकार!
यदि पाकिस्तान में ईंधन संकट गहराया, तो सबसे पहले परिवहन व्यवस्था प्रभावित होगी। आलम ये होगा कि ईंधन संकट के कारण सड़कों पर गाड़ियां कम हो जाएंगी। फिर सामानों की ढुलाई मुश्किल होगी और राशन से लेकर अन्य आवश्यक वस्तुओं की पहुंच लोगों तक कम हो जाएगी। ऐसी स्थिति में डिमांड और सप्लाई प्रभावित होने के पूरे आसार हैं जिसके कारण पाकिस्तान में अंदर ही अंदर द्वंद की स्थिति पैदा हो सकती है। फिर महंगाई और भूखमरी के कारण जनता ऐसा तांडव करेगी कि शहबाज शरीफ आजीवन याद रखेंगे।