Dipu Chandra Das: बांग्लादेश में एक हिंदु युवक की हत्या का मामला गरमाता जा रहा है। बता दें हिंदु युवक दीपू चंद्र दास को पहले भीड़ ने बेरहमी से पीटा और जब उसकी मौत हो गई तो उसे सरेआम लटाकर आग के हवाले कर दिया। जिसका वीडिया सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। गौरतलब है कि भारत ने इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसी बीच बांग्लादेश में हुई इस घटना पर अखिल भारतीय इमाम संगठन के मुख्य इमाम अहमद इल्यासी का बड़ा बयान सामने आया है। इसके अलावा भी मुस्लिम इमाम ने इसपर पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है, और इस कृत्य को घिनौना बताया है। वहीं विदेश मंत्रालय ने भी इस घटना पर कड़ प्रतिक्रिया दी है।
हिंदुओं पर हो रही बर्बता पर क्या बोले इमाम अहमद इल्यासी
बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने पर, अखिल भारतीय इमाम संगठन के मुख्य इमाम डॉ. इमाम उमर अहमद इल्यासी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, कि “मानवता कलंकित हुई है। यह मानवता की हत्या है। जिस क्रूरता से बच्चे की हत्या की गई और उसकी मृत्यु के बाद उसके साथ जो किया गया, उसे पेड़ से लटकाना, सरासर गलत है।
जिन बांग्लादेशियों की भारत ने हमेशा मदद की है, ये कृतघ्न बांग्लादेशी भूल गए हैं कि भारत हर तरह से उनके साथ खड़ा रहा है। वे मानवाधिकार संगठन कहाँ हैं? वे आज आवाज क्यों नहीं उठा रहे हैं? यह किस तरह की इस्लामी शिक्षा है कि वे इस तरह की हत्याएं कर रहे हैं? ये इस्लाम के अनुयायी नहीं हो सकते। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को हस्तक्षेप करना चाहिए।”
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदानी ने भी दी प्रतिक्रिया
बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदानी ने कहा कि “यह बेहद शर्मनाक है। जब मुसलमान ऐसे कृत्य करते हैं, तो हम शर्म से सिर झुका लेते हैं, और इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। सबसे पहले, किसी भी सभ्य समाज में किसी को भी दूसरे इंसान की हत्या करने का अधिकार नहीं होना चाहिए।
किसी ने चाहे कितना भी गलत काम किया हो, सजा देने की प्रक्रिया है, और उस प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए। इसके अलावा, अगर अपराधी मुसलमान हैं और पीड़ित गैर-मुस्लिम है, तो अपराध और भी जघन्य हो जाता है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। किसी की हत्या करना, या किसी को अपमानित करना भी, इस्लाम में जायज़ नहीं है।
