Donald Trump: अगर आप नहीं जानते है, तो बता दें कि बुधवार से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लागू हो गया है। ऐसे में अब अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर कुल 50 फीसदी का टैरिफ हो गया है। हालांकि, जहां एक तरफ, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प रूस से तेल खरीदने की वजह से भारत पर टैरिफ लगा रहे हैं। वहीं, खुद रूस के साथ सीक्रेट एनर्जी डील कर रहे हैं। जी हां, हालिया रिपोर्ट में डोनाल्ड ट्रम्प की दोहरी नीति का खुलासा हुआ है। इसे जानकर आप भी हैरान हो सकते हैं।
Donald Trump और व्लादिमीर पुतिन ने की गुप्त एनर्जी डील
‘Reuters’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और व्लादिमीर पुतिन के मध्य गुप्त रूप से एनर्जी समझौते हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस एनर्जी डील का मकसद यूक्रेन में शांति स्थापना करना है। ऐसे में वार्ता के दौरान अमेरिका और रूसी सरकार के अधिकारियों ने सीक्रेट एनर्जी डील कर ली है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ये सीक्रेट एनर्जी डील क्रेमलिन को यूक्रेन में शांति के लिए सहमत होने और वाशिंगटन द्वारा रूस पर प्रतिबंधों में ढील देने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु पेश किए गए थे।
क्या डोनाल्ड ट्रम्प का मकसद चीन को अलग-थलग करना? पुतिन को किया प्रेरित
रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2022 में यूक्रेन आक्रमण के बाद रूस पर लगे प्रतिबंधों की वजह से रूस एनर्जी सेक्टर में अपने अधिकतर इंटरनेशनल निवेश और कई प्रमुख डीलों से कट गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, ये वार्ता इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ की मॉस्को यात्रा के दौरान हुईं, जब उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके निवेश दूत किरिल दिमित्रिव से मुलाकात की थी। इन पर व्हाइट हाउस में Donald Trump के साथ भी चर्चा हुई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रम्प चीन को अलग-थलग करने और बीजिंग तथा मॉस्को के बीच संबंधों को कमजोर करने की एक विस्तृत रणनीति के तहत रूस को चीनी तकनीक के बजाय अमेरिकी तकनीक खरीदने के लिए प्रेरित करना चाहता है। पुतिन द्वारा यूक्रेन में सेना भेजने से कुछ दिन पहले चीन और रूस ने बिना किसी सीमा के रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी। शी पिछले एक दशक में पुतिन से 40 से अधिक बार मिल चुके हैं।