Pakistan Airstrike in Afghanistan: भारत को दो पड़ोसी मुल्क एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर मैदान में आ चुके हैं। असहमतियों और मतभेद के बीच पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान में हवाई हमला (Pakistan Airstrike in Afghanistan) कर दिया है। अफगानिस्तान में हुए हवाई हमले की जानकारी समाचार एजेंसी आईएएनएस के हवाले से सामने आई है। मानवीय संकट की मार झेल रहे अफगानिस्तान (Afghanistan) को दोहरा झटका लगा है। दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) की ओर से किए गए इस हवाई हमले की चपेट में आने से दर्जनों लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं। पाकिस्तान के इस कार्रवाई के बाद तालिबान (Taliban) की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है।
Pakistan Airstrike in Afghanistan तालिबान ने दी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
तालिबानी रक्षा मंत्रालय ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में हुए हवाई हमले के लिए पाकिस्तानी सेना को जिम्मेदार ठहराया है। तालिबान (Taliban) का कहना है कि “पाकिस्तानी सेना ने कल पकटिका के बरमल जिले पर बमबारी की। अधिकांश पीड़ित नागरिक थे, जिनमें वज़ीरिस्तानी शरणार्थी भी शामिल थे। बच्चों सहित कई लोगों की मौत हुई है और कई घायल हो गए हैं।” रक्षा मंत्रालय की ओर से ये भी कहा गया है कि “यह घटना बर्बरतापूर्ण कृत्य है। यह आक्रामकता सभी अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के विपरीत है। पाकिस्तान (Pakistan) को यह समझना चाहिए कि इस तरह की कार्रवाइयों से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होगा। इस्लामिक अमीरात अपने क्षेत्र की रक्षा करेगा और इसे अपना अभिन्न अंग मानेगा। हम इस मामले में जवाबी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।”
अफगानिस्तान में हवाई हमले के बाद पाकिस्तान पर क्यों उठे सवाल?
अफगानिस्तान में हुए हवाई हमले के बाद सवाल पाकिस्तानी सेना पर उठ रहे हैं। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में हुए हवाई हमले (Airstrike in Afghanistan) की जिम्मेदारी तो नहीं ली है, लेकिन स्पष्ट तौर पर तालिबान का संदेह इसी मुल्क पर है। बता दें कि पूर्व में कई बार पाकिस्तान ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) समूह को शरण देने के लिए अफगानिस्तान (Afghanistan) को जिम्मेदार ठहराया है। इस संगठन ने हाल के दिनों में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए हैं।
ऐसे में पाकिस्तान की ओर से तालिबान (Taliban) की अंतरिम सरकार से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (Pakistan) के आतंकियों पर कार्रवाई करने की बात कही गई। हालांकि, तालिबान ने पाकिस्तान की बातों को अनसुना कर दिया। जिसेक बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में और तनाव आया और अब बात एयरस्ट्राइक को अंजाम देने तक पहुंच गई। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार निकट भविष्य में क्या कदम उठाती है।