Sheikh Hasina: ढ़ाका समेत बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में अलर्ट की स्थिति है। इसका प्रमुख कारण है इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल का एक फैसला जिसमें पूर्व पीएम शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराधों का दोषी ठहराया है। इसके बाद शेख हसीना को फांसी की सजा दी गई है जिसके बाद पड़ोसी मुल्क में हाई अलर्ट है।
फरवरी में होने वाले चुनाव से पूर्व शेख हसीना को फांसी की सजा मिलना उनके प्रतिद्वंदी मोहम्मद युनूस के लिए वॉकओवर की स्थिति है। दावा किया जा रहा है कि आईसीटी के एक फैसले से अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के रास्ते से सियासी कांटा निकल गया है। इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल के फैसले के बाद बांग्लादेश की सेना कमान संभालती नजर आ रही है।
पूर्व पीएम Sheikh Hasina को फांसी की सजा होने के बाद हाई अलर्ट
राजधानी ढ़ाका की सड़कों पर सैनिकों की कई टुकड़ियां तैनात हैं। बांग्लादेशी सेना के जवान हाथों में बंदूक लिए स्थिति नियंत्रित करने पर जुटे हैं। इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल की ओर से शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराधों का दोषी ठहराया गया है। आईसीटी ने पूर्व पीएम को फांसी की सजा सुनाई है और उन्हें 2024 के छात्र आंदोलन के दौरान हुई हत्याओं का मास्टरमाइंड कहा है।
आईसीटी कोर्ट ने शेख हसीना के अलावा पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान और पूर्व IGP अब्दुल्ला अल-ममून को भी सजा सुनाई है। कोर्ट ने शेख हसीना और असदुज्जमां खान की प्रॉपर्टी जब्त करने का आदेश दिया है जिसके बाद बांग्लादेश में हाई अलर्ट है। बांग्लादेशी सेना अब सड़कों पर उतर चुकी है और कमान संभालने का जिम्मा बखूबी निभा रही है।
मोहम्मद यूनुस के रास्ते से निकला सियासी कांटा!
अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के रास्ते से सियासी कांटा निकलता नजर आ रहा है। बांग्लादेश में फरवरी 2026 में चुनाव संभावित हैं। ऐसे में जहां एक ओर पड़ोसी मुल्क की प्रमुख पार्टी आवामी लीग पर पहले ही प्रतिबंध लगा है। वहीं दूसरी ओर पार्टी प्रमुख शेख हसीना को फांसी की सजा होना मोहम्मद युनूस के रास्ते खाली करता है। इस सजा के बाद शेख हसीना को भले फांसी हो या ना हो, लेकिन वो बांग्लादेश में प्रवेसश नहीं कर सकेंगी।
ऐसी स्थिति में चुनाव एकतरफा हो सकते हैं। यही वजह है कि आईसीटी कोर्ट द्वारा मानवता के खिलाफ अपराधों से जुड़े मामलों में पूर्व पीएम शेख हसीना को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद मोहम्मद युनूस के रास्ते से सियासी कांटा निकलने का दावा किया जा रहा है। फिलहाल आगे की तमाम सियासी घटनाक्रमों पर सबकी नजरें टिकी हैं और देखना दिलचस्प होगा कि आईसीटी कोर्ट के फैसले के बाद शेख हसीना क्या कदम उठाती हैं।






